Atique Ahmed News: उमेश पाल अपहरण मामले में प्रयागराज की स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार (28 मार्च, 2023) को माफिया अतीक अहमद, दिनेश पासी और खान सौलत हनीफ को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने तीनों आरोपियों पर जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट ने अतीक के भाई अशरफ समेत बाकी अन्य सात अभियुक्त को बरी कर दिया है। उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद और दो अन्य को उम्रकैद की सजा पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हमारी सरकार एक अभियान चलाकर अपराधियों का सफाया कर रही है और अदालत से अनुरोध किया जा रहा है कि हर अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले।
अतीक और अशरफ की पेशी के मद्देनजर अदालत और जेल परिसर के बाहर कड़ी सुरक्षा लगाई गई थी। दोनों भाइयों को दो अलग-अलग जेलों से सोमवार को प्रयागराज लाया गया था। इससे पहले बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को अदालत में पेश किया गया। 2005 में बहुजन समाज पार्टी के तत्कालीन विधायक राजू पाल हत्याकांड मामले के गवाह उमेश पाल के अपहरण के मामले में आज दोनों की पेशी हुई थी।
Atique Ahmed: 24 फरवरी को उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई
अतीक और अशरफ पर 2005 में राजू पाल की हत्या के प्रमुख गवाह उमेश पाल की पिछले महीने हुई हत्या के मामले में साजिश में शामिल होने का भी आरोप है। उमेश पाल और उसकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद उमेश पाल की पत्नी जया की शिकायत पर प्रयागराज के धूमनगंज थाने में अतीक अहमद, उसका भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
घटना 25 जनवरी साल 2005 की है, जब तत्कालीन बसपा विधायक राजूपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राजू पाल की हत्या के बाद तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष उमेश पाल ने पुलिस को बताया था कि वो घटना का प्रत्यक्षदर्शी था। उमेश जिनकी अब हत्या हो चुकी है, उन्होंने बताया था कि जब उसने अतीक के दबाव में पीछे हटने से मना कर दिया था तो 28 फरवरी, 2006 को उसका अपहरण कर लिया गया था। इस मामले में 5 जुलाई, 2007 को अतीक, अशरफ और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
फूलपुर से समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद को जून 2019 में गुजरात की साबरमती केंद्रीय जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। यूपी की जेल में रहने के दौरान रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और मारपीट का आरोप लगने के बाद अतीक को साबरमती जेल भेजा गया था। अतीक अहमद पर उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।