गुजरात में एटीएस और जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूरे राज्य में 150 जगहों पर छापेमारी की है। गुजरात एटीएस ने जीएसटी के साथ मिलकर सूरत, अहमदाबाद, जामनगर, भरूच और भावनगर जिलों में 150 जगहों पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर कर चोरी और धन के लेन-देन को लेकर जांच की जा रही थी।

एजेंसियों ने फर्जी बिल के नाम पर करोड़ों रुपए के लेनदेन को लेकर ये छापेमारी की है। गुजरात में सरकारी एजेंसियों की ये छापेमारी ऐसे समय पर हो रही है, जब राज्य में विधानसभा के चुनावों की घोषणा की जा चुकी है। हालांकि, छापेमारी की इन कार्रवाइयों में कितनी रकम बरामद की गई या कितनी टैक्स चोरी पकड़ी गई इसका खुलासा नहीं हो सका है।

दिसंबर में दो चरणों में होंगे गुजरात में चुनाव: दरअसल, विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर काले धन के उपयोग की आशंका जताई जा रही है। अटकलें हैं कि चुनाव के पहले इस तरह की छापेमारी चुनाव में अवैध धन के उपयोग की आशंका को रोकने के लिए हो रही है। गौरतलब है कि गुजरात में विधानसभा का चुनाव दो चरणों में 1 और 5 दिसंबर 2022 को होंगे। जिसके नतीजे 8 दिसंबर को घोषित होंगे।

इनकम टैक्स विभाग ने शुक्रवार को भी की थी छापेमारी: इससे पहले भी शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने गुजरात के कई जिलों में ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने राजकोट, भुज और गांधीधाम में कई बड़े बिजनेस हाउसों से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी की थी। इससे पहले भी गुजरात ATS ने 56 करोड़ रुपए की आठ किलोग्राम हेरोइन के साथ दिल्ली से एक अफगान नागरिक को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी थी।

हेरोइन तस्करी की योजना: प्रारंभिक जांच में पता चला कि दिल्ली के लाजपत नगर इलाके में रहने वाला अफगानिस्तान का नागरिक हकमतुल्लाह एक ड्रग कार्टेल का हिस्सा था। उसने समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से भारत में 350 करोड़ रुपये की 50 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी करने की योजना बनाई थी। सूरत पुलिस ने भी लगभग 500 करोड़ रुपए के गोरखधंधे का खुलासा करते हुए 21 लोगों को गिरफ्तार किया था।