राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बारां में शुक्रवार को सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वहां मौजूद दूल्हा-दुल्हन और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्या हिंदू वे लोग हैं जो भ्रम और हिंसा पैदा करते हैं? हिंदू धर्म ने कब सिखाया कि हिंसा करो?

हिंदू धर्म ने कब सिखाया हिंसा करना- अशोक गहलोत

CM अशोक गहलोत ने कहा, “कई बार बहस छिड़ती है कि हम हिंदू नहीं है क्या? क्या हिंदू वे लोग हैं जो भ्रम और हिंसा पैदा करते हैं? हिंदू धर्म ने कब सिखाया कि हिंसा करो? हमारी मंत्री शकुंतला रावत ने कल भगवा पताका लगाया तो कहा गया कि चुनाव आ गए हैं कि इसलिए ये पताका लगा रहे हैं, क्या हम मंदिर जाते हैं तो वहां लगे पताका को नहीं मानते?”

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने भाजपा पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है और खुद को हिंदू धर्म का ठेकेदार बताती है जबकि कांग्रेस में हिंदू धर्म के साथ साथ सभी धर्मों का सम्मान करती है।

बारां में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड

दरअसल, बारां में शुक्रवार को सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया था। 2222 के इस निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन में 2111 हिंदू और 111 मुस्लिम जोड़े शादी के बंधन में बंधे। इस समारोह में बड़ा कीर्तिमान स्थापित हुआ और वर्ल्ड रिकॉर्ड बना। खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया की अगुवाई में यहां वर्ल्ड रिकॉर्ड वाली शादी की सामूहिक विवाह की शादी में लाखों हजारों लोग गवाह बने।

वहीं, कोटा के सांगोद से विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया दोनों को ही भ्रष्टाचार के मामले पर जमकर घेरा। विधायक भरत सिंह ने एक पत्र मुख्यमंत्री के नाम लिखकर उसे सोशल मीडिया पर भी सार्वजनिक कर दिया। मंत्री ने पत्र का विषय लिखा है ‘भ्रष्टाचार की गंगा की खोज करते-करते मुख्यमंत्री आखिर पहुंचे गंगोत्री।’

नीति आयोग की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे सीएम गहलोत

सीएम अशोक गहलोत शनिवार (27 मई) को दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। सीएम गहलोत की तबीयत नासाज बताई जा रही है। बारां से आने के बाद डॉक्टर ने उनका चेकअप किया। डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री को एक दिन आराम की सलाह दी है।