Rajasthan Politics: राजस्थान के सियासी ड्रामे और कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन को लेकर कयासों के बीच, सीएम अशोक गहलोत ने गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद गहलोत ने कहा था वे हालिया घटनाक्रमों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि, 10 जनपथ पहुंचे अशोक गहलोत के हाथों में एक कागज था, जिसकी तस्वीर सामने आई है, जिसमें लिखा हुआ है- “जो हुआ बहुत बुरा हुआ, मैं बहुत आहत हूं।”

सामने आए कागज में सचिन पायलट खेमे के खिलाफ कई बातें लिखी गई थीं। इसमें यह भी लिखा गया था कि सचिन पायलट पार्टी छोड़ देंगे। साथ ही 102 बनाम 18 भी लिखा गया था। इसका मतलब अशोक गहलोत ने खुद के पाले में 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया। जबकि सचिन पायलट खेमे के साथ 18 विधायक थे।

चूंकि, कागज में लिखे पॉइंट्स का अधिकतर हिस्सा सामने नहीं आ पाया और वह गहलोत के हाथ से ढंक गया। इस कागज में यह ’10 करोड़- बीजेपी’ भी लिखा हुआ है। इस नोट में सचिन पायलट के खिलाफ गंभीर आरोप शामिल थे, जिन्हें उन्होंने ‘एसपी’ बताया था। राजस्थान के सीएम ने जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक नहीं हो पाने और उसके बाद के घटनाक्रम के लिए सोनिया गांधी से माफी मांगी और कहा कि वह अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।

गहलोत ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद गहलोत ने यह भी कहा कि उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के बारे में फैसला सोनिया गांधी करेंगी। पार्टी की राजस्थान इकाई में संकट पैदा होने के बाद गहलोत पहली बार दिल्ली पहुंचे थे। गहलोत ने कहा कि पूरे देश में यह संदेश चला गया कि मैं मुख्यमंत्री बने रहना चाहता हूं इसलिए यह सब हो रहा है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से ऐसी स्थिति बन गई कि प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। इस बात का दुख मुझे हमेशा रहेगा। अशोक गहलोत ने कहा, “मैंने राहुल गांधी से कहा था कि वह चुनाव लड़ें लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। फिर मैंने कहा था कि चुनाव लड़ूंगा। पर अब मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।”