हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी पुलिस पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा है कि यूपी पुलिस का आदेशानुसार अब खाने वाली दुकान या ठेले के मालिक को अपना नाम बोर्ड पर लिखना होगा। ताकि कोई कांवड़िया गलती से मुसलमान की दुकान से ना कुछ खरीद ले।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “हम इसकी निंदा करते हैं क्योंकि यह संविधान के अनुच्छेद 17 का उल्लंघन है, जो अस्पृश्यता के बारे में बात करता है।” .तो उत्तर प्रदेश सरकार छुआछूत को बढ़ावा दे रही है, दूसरी बात, जब से उत्तर प्रदेश सरकार ने आदेश दिया है, मुज़फ्फरनगर में सभी दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को हटा दिया गया है, क्या आप केवल एक समुदाय के लिए काम करेंगे? संविधान? मैं योगी आदित्यनाथ को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें साहस है तो वे लिखित आदेश जारी करें।” ओवैसी ने आगे कहा कि ऐसा लगता है मानों यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी में हिटलर की रूह समा गई है।

22 जुलाई से शुरू होगी कांवड़ यात्रा

22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर मुजफ्फरनगर पुलिस ने आदेश जारी किया है। जिसमें कांवड़ यात्रा के दौरान सभी भोजनालय, खाने के लिए लगाने वाले ठेले की दुकानों पर उनके मालिकों और कर्मचारियों का नाम लिखना है। इस बात को लेकर विपक्ष के नेता योगी सरकार और यूपी पुलिस पर निशाना साध रहे हैं।

वहीं इस मामले को लेकर मुजफ्फरनगर पुलिस का कहना है कि पुलिस ने ऐसा आदेश कांवड़ यात्रियों के सुलभता के लिए लाया गया है। मुजफ्फरनगर में यूपी के अलावा अन्य प्रदेशों के भक्त भी आते हैं जो हरिद्वार से जल लेने के बाद फिर मुजफ्फरनगर आते हैं। इस दौरान कुल 240 किमी की यात्रा के बीच इस नियम को लगया गया है।