उमेश पाल हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। हाल ही में पुलिस ने अतीक के हेल्पर राकेश को हिरासत में लिया था। इसने जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। राकेश ने पुलिस को बताया कि उमेश पाल की हत्या से एक दिन पहले सभी शूटर्स ने अतीक के घर पार्टी की थी। पार्टी में अतीक का बेटा असद और पत्नी शाइस्ता परवीन भी मौजूद थे। राकेश ने बताया कि वह अतीक के नाबालिग बेटे के साथ खुद पार्टी का सामान लेने मार्केट गया था।
ऑपरेशन जानू से पहले हुई पार्टी
राकेश ने पुलिस को बताया कि उमेश पाल की हत्या के लिए असद ने ऑपरेशन जानू की प्लानिंग की थी। असद ने ही राकेश से कहा था कि उसे ऑपरेशन जानू को अंजाम देना है। इससे पहले घर में पार्टी होगी। राकेश ने पार्टी का पूरा इंतजाम किया था। इस पार्टी में शाइस्ता, असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम समेत अन्य शूटर शामिल थे। उसने बताया की रातभर अतीक के घर पार्टी चली थी। इसके अगले दिन उमेश पाल की हत्या कर दी गई।
शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम का नहीं मिल रहा सुराग
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम फरार हैं। एसटीएफ दोनों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। शाइस्ता पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। वहीं गुड्डू मुस्लिम 5 लाख का ईनामी है। पुलिस को गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मिली थी। सूत्रों के मुताबिक गुड्डू ने पहचान छुपाने के लिए दाढ़ी भी बढ़ा ली है।
28 अप्रैल को होगी सुनवाई
बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। एडवोकेट विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इसमें अतीक और अशरफ समेत 2017 से अब तक हुए 183 एनकाउंटर की जांच की मांग की गई है। याचिका में सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक स्वतंत्र विशेषज्ञ कमेटी गठित करने की मांग की गई है। इस मामले में 28 अप्रैल को सुनवाई की जाएगी। इससे पहले यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर कहा है कि इस मामले में किसी भी फैसले से पहले उसका पक्ष भी सुना जाए।