अवैध बालू खनन मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का चौतरफा घेराव शुरू कर दिया है। शनिवार को राघव चड्ढा द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद इसकी कमान खुद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने हाथ में ले ली है। रविवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या यह सच है कि चन्नी साहब आज अलग अलग माइनिंग साइट्स पर गए लेकिन उस साइट पर नहीं गए जहां कल (शनिवार) राघव चड्ढा गए थे। उन्होंने दावा किया कि चन्नी साहब ने उन साइट्स को लीगल घोषित कर दिया है लेकिन जिस जगह पर राघव गए थे वह अवैध है। यहां उन्होंने लिखा कि एक मुख्यमंत्री इतना बेशर्म कैसे हो सकता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के निर्वाचन क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध बालू खनन किया जा रहा है। चड्ढा ने चमकौर साहिब के एक गांव जिन्दापुर के औचक दौरा किया था। आम आदमी पार्टी नेता ने इसे एक ‘खुलासा’ करार देते हुए आरोप लगाया था कि चन्नी सरकार खनन माफिया को ‘ संरक्षण’ दे रही है।

आम आदमी पार्टी के नेता ने अपने दौरे के बाद कहा था कि हम जिन्दापुर गांव में हैं जो चमकौर साहिब में मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है। यहां खुले तौर पर अवैध बालू खनन किया जा रहा है। बालू को अवैध रूप से ट्रकों में ले जाया जा रहा है।

चड्ढा ने आरोप लगाया कि जब चन्नी मुख्यमंत्री बने थे तब उन्होंने कहा था कि बालू माफिया से जुड़े लोगों को उनके पास नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा था कि माफिया सत्तारूढ़ दल के संरक्षण का फायदा उठा रहा है।

पंजाब में चुनावी मौसम से पहले केजरीवाल और चन्नी में आप और कांग्रेस के बीच जबरदस्त वार पलटवार का दौर चल रहा है, शुक्रवार को एक सभा को संबोधित करते हुए CM चन्नी ने अरविंद केजरीवाल को ‘सत्ता का लालची बाहरी व्यक्ति’ करार दिया था। चन्नी ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख को पंजाब के बारे में बहुत कम जानकारी है और वह किसी भी तरह से “सत्ता की अपनी लालसा को पूरा करना चाहते हैं।”

वहीं आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू केजरीवाल का घेराव करने दिल्ली पहुंचे थे। सिद्धू रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यहां सिविल लाइंस स्थित आवास के बाहर नौकरी नियमित किए जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे दिल्ली के अतिथि शिक्षकों के बीच पहुंचे थे।