दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार (23 अक्टूबर) को कहा कि उनकी पार्टी के पास हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है। इसलिए वे आम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे पार्टी के लिए प्रचार करने में अपने पॉकेट से पैसे खर्च करें। सोमवार को झज्जर में जनसभा के बाद केजरीवाल मंगलवार को भिवानी पहुंचे और यहां उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित किया। इसके बाद कई सरकारी विद्यालयों का दौरा किया। उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि हरियाणा में आप पार्टी का होर्डिंग नहीं है। मैं उन्हें कहता हूं ऐसा इसलिए है कि क्योंकि हम किसी किसी तरह के भ्रष्टाचार में कभी शामिल नहीं रहे हैं। मैं पिछले तीन साल से दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं। चाहता तो पीडब्लूडी के टेंडर के बदले हजारों करोड़ ले सकता था। लेकिन हम एक ईमानदार सरकार हैं।” बता दें कि अगले साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

पार्टी में फंड की समस्या पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हमारे पास चुनाव लड़ने को पैसे नहीं हैं। आप लोगों को हमारी तरफ से चुनाव लड़ना होगा। आपको हमारे लिए वोट मांगने के लिए हर घर के दरवाजे पर जाना होगा। आपको अपना पैसा खर्च करना होगा। लेकिन यह सब मेरे लिए नहीं, बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए करना है।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस बात से अवगत हैं कि हरियाणा में राजनीतिक दल उनका मजाक उड़ा रहे हैं। दूसरे दल के नेता कह रहे कि यहां के लोगों पर उनकी पकड़ नहीं है। उन्होंने कहा, “दिल्ली चुनाव के समय भी मेरे बारे में इसी तरह से मजाक उड़ाया गया था। कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने यह भविष्यवाणी किया था कि आप पार्टी का एक भी उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा पाएगा। लेकिन हमने 70 में से 67 सीटें जीती। हरियाणा में भी जनता इन राजनीतिक दलों को यह दिखाएगी कि वे आम आदमी पार्टी के साथ हैं। हरियाणा में पांच लाख घरों के लोगों ने पार्टी के समर्थन में बोर्ड लगाए हैं।”

हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि यहां बीमा के नाम पर किसानों के खाते से हर महीने पैसे काटे जा रहे हैं, लेकिन फसल बर्बाद होने पर कुछ नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “खट्टर सरकार गुंडा टैक्स लगाकार किसानों के खाते से जबरदस्ती पैसे काट रही है। दिल्ली में हमारी सरकार फसल बर्बाद होने पर किसानों को 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दे रही है।”