मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पहली जनवरी से शहर में निजी वाहनों के चलने के संबंध में दिल्ली सरकार की सम-विषय योजना के क्रियान्वयन में केंद्र और दिल्ली पुलिस के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने 40 मिनट की मुलाकात के दौरान सिंह को सभी प्रस्तावों से अवगत कराया और उनकी प्रतिक्रिया बहुत ही सकारात्मक थी। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने (राजनाथ) कहा कि केंद्र और दिल्ली पुलिस इस कदम का पूरा समर्थन करेंगे। उन्होंने मरीज ले जाने वाहनों, महिला द्वारा चलाए जा रहे वाहनों और अन्य आपात स्थितियों को छूट जैसी कुछ बातें रखीं। दो तीन सुझाव थे। हम उन पर विचार करेंगे और छूट दी जा सकती है। केंद्रीय गृहमंत्री से भेंट के दौरान केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन भी थे। केजरीवाल ने दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का मुद्दा भी उठाया जिस पर सिंह ने उन्हें सहयोग का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि हम सीसीटीवी कैमरों के सिलसिले में भी पुलिस की मदद की जरूरत होगी क्योंकि अंतत: फीड तो उन्हीं के पास जाएगी। यह मुद्दा अभी दिल्ली हाई कोर्ट में है और अनावश्यक चर्चा हो रही है। हम इसका भी हल ढूढ़ लेंगे। दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए शुक्रवार को घोषणा की थी कि पहली जनवरी से सम और विषम नंबर की गाड़ियों को एक-एक दिन छोड़कर सड़कों पर चलने की इजाजत होगी। जब केजरीवाल से पूछा गया कि क्या उनकी सरकार आलोचना के कारण इस योजना को शिथिल बना रही है क्योंकि यह अच्छी तरह तैयार योजना नहीं है, उन्होंने कहा कि हमारे पास एक विकल्प था कि हम अगले दो सालों तक होमवर्क करते रहते जबकि बच्चे मरते रहते और खांसते रहते। मुझे भी खांसी होती रहेगी। उन्होंने कहा कि दूसरा विकल्प ठोस निर्णय लेना और मुद्दे का हल निकालना था। उन्होंने कहा कि 15 दिनों के लिए प्रयोग कीजिए, उससे सीख लीजिए और फिर उसे कीजिए।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि केजरीवाल गुरुवार को अपने सभी मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, परिवहन, पर्यावरण, लोकनिर्माण और राजस्व विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। दिल्ली सरकार यह पता लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के विद्यालयों के प्रमुखों के साथ भी एक बैठक कर सकती हैं कि क्या स्कूल बसों को भी इस मिशन में साथ लाया जा सकता है।