आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर अपने कुकर्मों को छुपाने के लिये धर्म का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया में बुराइयों को खत्म करने के लिये धर्म आया था, लेकिन भाजपा ने अपनी बुराइयों और कुकर्मों को छुपाने के लिये मजहब का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अपने हर अपराध और गुनाह को छुपाने के लिये भाजपा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धर्म का बेजा इस्तेमाल करते हैं। कभी गाय का, कभी मंदिर का, कभी लव जिहाद तो कभी कुछ लेकर आते हैं।
सह ने कहा कि असली हिन्दुस्तान देखना है तो हमें गांवों में जाना होगा। वाराणसी से बलिया तक की पदयात्रा के दौरान गांवों की बदहाली देखने को मिली। प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के विकास के दावे धरातल पर झूठे साबित हो रहे हैं। मऊ के मोहम्मदाबाद से बलिया के बरौली के बीच 40 किलोमीटर की सड़क में सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हैं। योगीराज में गड्ढों का विकास हुआ है और विकास को गड्ढे में डालने का काम किया गया है।
आप के राज्यसभा सदस्य ने बताया कि मुठभेड़ में अपराधियों के मारे जाने को लेकर योगी सरकार भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन सचाई यह है कि उत्तर प्रदेश अपराधियों की ऐशगाह बनता जा रहा है। अखबारों में आये दिन लूट, हत्या और बलात्कार की खबरें आती हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और संविदार्किमयों को नौकरी देने का भरोसा देकर चुनाव जीतने वाली भाजपा अब हक मांगने पर उन पर बर्बर लाठीचार्ज करा रही है।
आप प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चार साल पहले वाराणसी से चुनाव लड़ने के दौरान कहा था कि उन्हें गंगा मैया ने बुलाया है। उनकी सरकार ने अपने अब तक के कार्यकाल में गंगा की सफाई पर 3600 करोड़ रुपये कागजों पर खर्च किये। इसी वजह से गंगा आज भी मैली ही है। उन्होंने सरकारी र्किमयों की पुरानी पेंशन की बहाली की मांग करते हुए कहा कि जब 40 दिन तक सांसद या विधायक रहने वाला कोई व्यक्ति आजीवन पेंशन का हकदार बन सकता है तो 40 साल तक सेवा करने वाले कर्मचारी को पेंशन से महरूम क्यों कर दिया गया। आप की मांग है कि सरकारी र्किमयों की पेंशन बहाल हो।