राजनीति में अमर्यादित और अपमानजनक बयानबाजी होने के मामले अक्सर सुर्खियों में आते रहते हैं और नेताओं के खिलाफ इसको लेकर अक्सर आरोप-प्रत्यारोप भी लगते रहते हैं। ऐसी टिप्पणियों पर बाद में माफी मांगकर मामला खत्म कर दिया जाता है। इस बीच यूपी के राबर्ट्सगंज से अपना दल के सांसद पकौड़ी लाल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह एक सार्वजनिक सभा में ब्राह्मणों और ठाकुरों के खिलाफ बहुत ही अमर्यादित और गाली-गलौज के साथ बोल रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही उनकी पार्टी की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने एक बयान जारी कर अपनी पार्टी के सांसद की निंदा की और उनको तत्काल क्षमा मांगने का निर्देश दिया है। अपना दल भाजपा का सहयोगी पार्टी है और यूपी के अगले विधानसभा चुनाव में भी उसका भाजपा से गठबंधन हुआ है।
वीडियो में सांसद पकौड़ी लाल के गाली-गलौज से भरे भाषण को सुनकर सामने बैठे लोग तालियां बजा रहे हैं। भाषण में वे किसी गवाही की बोल रहे हैं और धमकी दे रहे हैं कि “किसी की हिम्मत नहीं है, जो उनके खिलाफ गवाही दे, वे डायनामाइट से पूरा गांव उड़वा देंगे।” सांसद पकौड़ी लाल एक पुराने मामले में अपने खिलाफ गवाही देने की किसी की हिम्मत नहीं होने की बात कह रहे हैं।
इससे पहले भी अपमानजनक टिप्पणी करने की खबरें सोशल मीडिया से वायरल हुई थी, तब भी माफी मांगने की बात कही गई थी। उसको लेकर कुछ लोगों ने धरना-प्रदर्शन भी किया था। उस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट में पूछा गया था- ‘भारत की सबसे गंदी जाति कौन सी है?’ जवाब में ब्राह्मण और राजपूत का ऑप्शन दिया है।
फिलहाल वायरल वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताई है और सांसद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यूपी में चुनाव को देखते हुए जातिगत टिप्पणी से यह मामला गरमा भी सकता है। इन दिनों सभी दल ब्राह्मणों और ठाकुरों को अपनी तरफ जोड़ने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। कई दलों ने इसीलिए ब्राह्मण सम्मेलनों का भी आयोजन किया है। ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि भाजपा की सहयोगी अपना दल इस मामले में सांसद के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेगा।
संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों की इस तरह अमर्यादित टिप्पणियों को लेकर संसद और सुप्रीम कोर्ट की ओर से सख्ती से मनाही की गई है। इस पर कड़े कानून भी बने हैं। हालांकि कई बार ऐसी टिप्पणियां संसद की कार्यवाही के दौरान भी की गई हैं, लेकिन उन्हें बाद में संसद के कार्यवाही के रिकार्ड से निकाल देने भर की कार्रवाई होती है।