Bihar News: बिहार के हरिहर क्षेत्र में आयोजित सोनपुर मेले में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में ‘यूपी में बाबा’ गाने वाली स्टार कवयित्री डॉ अनामिका जैन अंबर (Anamika Jain Amber) को बुला कर भी कविता पढ़ने नहीं दी गयी। जिसके बाद अन्य कवि भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।

मेले में पर्यटन विभाग के मुख्य मंच पर शुक्रवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें तमाम कवियों के साथ स्टार कवयित्री डॉ अनामिका जैन अम्बर को भी काव्यपाठ के लिए आमंत्रित किया गया था, पर उन्हें कविता पढ़ने नहीं दी गयी। अनामिका अंबर को काव्य पाठ करने से मना करने के संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के समर्थन में काव्यपाठ नहीं करने की बात उनसे फोन पर कही गई, जिसके कारण वे पटना से सोनपुर कार्यक्रम में नहीं पहुंचीं।

सोनपुर मेले में रोका गया काव्य पाठ से: बताया गया कि यहां हरिहर क्षेत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का 25 नवंबर को आयोजन किया गया था। इसमें शामिल होने के लिए कई कवियों को निमंत्रण भेजा गया था। अनामिक अंबर भी इन कवियों में शामिल थीं, लेकिन उन्हें ऐन वक्त पर काव्य पाठ से मना कर दिया गया। इसके बाद अन्य कवि भी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।

अनामिका अंबर ने किया ट्वीट: कवयित्री अनामिका अंबर ने इसकी जानकारी अपने फेसबुक लाइव से दर्शकों के साथ साझा की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने बताया कि वे काव्य पाठ पढ़ने के लिए सोनपुर मेला पहुंची थी। जिस बीच स्टेज पर शो शुरू होने से पहले प्रशासन के द्वारा उन्हें काव्य पाठ पढ़ने से रोक दिया गया।

अनामिका ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी लिखा, “बिहार सरकार इतना डर गई कि मुझे सोनपुर में प्रवेश तक नही करने दिया गया सुबह से पटना में ही रोका गया। कवियों की पूरी टीम सोनपुर गई और कार्यक्रम का बहिष्कार कर वापस लौटी।”

समर्थन में उतरी भाजपा: बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अनामिका के समर्थन में ट्वीट किया, “रात दिन देश में आपातकाल का रोना रोने वाले ख़ुद कविताओं तक पर पाबंदी लगा रहे हैं। बिहार में कल कवियों को बुलाया गया पर बाद में सरकारी दबाव पर कविता पाठ करने से रोक दिया गया। सरकार ने ख़ुद फ़ोन करके कवि सम्मेलन पर बैन लगाया। कितने कमजोर होंगे वो लोग जो कविताओं से डर गए।”

भारतीय जनता पार्टी के नेता अभिषेक तिवारी ने ट्विटर पर लिखा, “कल सोनपुर मेले के मंच पर कवियत्री अनामिका अंबर जी को इसलिए नहीं जाने दिया गया क्योंकि आपने मोदी जी और योगी जी के समर्थन में कविताएं पढ़ी थी। बिहार प्रशासन ने ऐसा सरकार के कहने पर गया इसमें कोई शक नहीं है। अनामिका जी आपके साथ पूरा देश खड़ा है सबको सच मालूम है।”