पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को ज़मानत मिल गई है। उनको 27 अगस्त को उनके गोमतीनगर आवास से गिरफ्तार किया गया था। उनका आरोप है कि गिरफ्तारी के समय पुलिस बगैर किसी वारंट के घर में घुसी थी। घटना की रिपोर्ट गोमतीनगर थाने में दर्ज कराई गई थी। अदालत ने बीते गुरुवार को सुनवाई के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। उधऱ, उनकी रिहाई के बाद पूर्व आईएएस सूर्य कुमार ने यूपी सरकार पर तंज कसते हुए पूछा- योगी जी बधाई नहीं दोगे?

गौरतलब है कि बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसमें महिला व उसका साथी झुलस गए थे। बाद में दोनों की मौत हो गई थी। मामले में एसआईटी ने हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें मुताबिक पीड़िता ने आरोप लगाया कि दुष्कर्म के आरोपी अतुल राय को बचाने के लिए अमिताभ ठाकुर ने पैसे लेकर आपराधिक षड्यंत्र रचा था। गवाहों को बदनाम करने व पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए अपराधियों से जोड़कर छवि खराब करने के लिए ऑडियो वायरल किया था। इस मामले में पुलिस ने 27 अगस्त को ठाकुर को उनके निवास से गिरफ्तार किया गया था।

अमिताभ ठाकुर कई वजहों से खासी चर्चा में रहे हैं। उन्हें यूपी सरकार ने जबरन रिटायर किया था। इससे पहले हथियारों के लाइसेंस के मामले में भी वह विवादों में रहे थे। जिसके चलते उनकी पदोन्नति रोकी गई थी। लेकिन सबसे ज्यादा विवाद मुलायम सिंह को लेकर हुआ था। ठाकुर ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था। उनके पास एक ऑडियो टेप है जो फोन पर रिकॉर्ड हुआ। यह रिकॉर्डिंग मुलायम सिंह और अमिताभ ठाकुर के बीच फोन पर हुई बातचीत की है। ठाकुर ने जैसे ही यह टेप सार्वजनिक किया कुछ ही घंटों के भीतर उन पर रेप का मुकदमा दर्ज करा दिया गया।

बताया जाता है कि अमिताभ ठाकुर साल 2006 में जब फिरोजाबाद के एसपी थे उसी दौरान मुलायम सिंह किसी बात को लेकर उनसे नाराज हो गये और उनका तबादला कर दिया गया। मुलायम सिंह की नाराजगी ही थी कि अमिताभ ठाकुर को किसी भी बड़े जिले में बतौर कप्तान तैनाती नहीं मिली। अमिताभ 1992 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उनका जन्म उस वक्त बिहार के बोकारो में हुआ था। अमिताभ ने आईआईटी से इंजीनियरिंग की है।