केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (4 अक्टूबर) को कहा कि जम्मू-कश्मीर में गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण की तैयारी है। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति शर्मा आयोग की सिफारिशों के अनुसार इन समुदायों को आरक्षण का लाभ मिलेगा। इस आयोग ने आरक्षण के मुद्दे पर विचार किया था। शाह ने कहा कि गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों के आरक्षण में कोई कमी नहीं आएगी और सभी को उनका हिस्सा मिलेगा।

शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। केंद्रशासित प्रदेश के सीमावर्ती जिले राजौरी में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी कहा कि अगर 2019 में अनुच्छेद 370 और 35ए को नहीं हटाया गया होता तो केंद्र शासित प्रदेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों और दलितों को आरक्षण का अधिकार नहीं मिलता।

अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का विरोध करने वालों पर गृहमंत्री ने हमला करते हुए कहा, “आज की रैली में आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने वाले नारे सुन सकते हैं। यह उन लोगों के लिए करारा जवाब है जो कहते थे कि अगर धारा 370 हटा दी गई तो जम्मू-कश्मीर में आग लग जाएगी, खून की नदियां बहेंगी।”

उन्होंने कहा, “देश में सरकार बदलने और 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद ही पीएम मोदी जी ने पहली बार जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव कराया था। पहले सिर्फ तीन परिवार जम्मू-कश्मीर पर शासन करते थे, लेकिन अब सत्ता पंचायतों और जिला परिषदों के लिए चुने गए 30,000 लोगों के पास है।”

गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के परिवारों को 5 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करा रही है। उन्होंने कहा, “आज मोदी जी जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों के पांच लाख तक के स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं… इन तीनों परिवारों ने 70 साल में क्या दिया?”

केंद्र शासित प्रदेश में पत्थरबाजी के मामलों पर बोलते हुए शाह ने कहा, “पहले जम्मू-कश्मीर से पत्थरबाजी की खबरें आती थीं। आज पत्थरबाजी की कोई खबर नहीं है। मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त बनाने का काम किया है।” शाह ने यह भी कहा कि आजादी से 2019 तक 15,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जबकि 2019 से अभी तक पूरे जम्मू-कश्मीर में 56,000 करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश किया गया है।

राजौरी में अपने भाषण से पहले शाह ने जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर का दौरा किया। राजौरी के बाद गृहमंत्री श्रीनगर जाएंगे, जहां वह सुरक्षा समीक्षा करेंगे और बुधवार को बारामूला में एक रैली को संबोधित करेंगे।