देशभर में कोरोनावायरस के केस पिछले 15 दिनों में तेजी से बढ़े हैं। इसकी एक बड़ी वजह लोगों की ओर से की जा रही लापरवाही है। मौजूदा समय में सरकार लगातार लोगों से मास्क पहनने और भीड़ में न जाने की सलाह दे रही है। हालांकि, अगर सरकार के नेता ही निर्देश मानने से इनकार कर दें, तो स्थिति भयानक हो सकती है। ऐसा ही मामला गुजरात के वडोदरा से आया है, जहां महाशिवरात्रि के मौके पर भाजपा विधायक के साथ एक कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। हालांकि, विधायक ने पूरी जिम्मेदारी से बचते हुए इसके लिए भगवान को ही जिम्मेदार ठहरा दिया।

बताया गया है कि गुजरात के वडोदरा में सत्यम शिवम सुंदरम समिति ने महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ा आयोजन रखा था। इसमें मंजालपुर सीट से विधायक योगेश पटेल भी पहुंचे थे। कार्यक्रम में देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई थी। कोरोना के बढ़ते केसों के बीच बिना एहतियात के इस तरह की भीड़ जुटने को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर सवाल भी उठे थे। हालांकि, योगेश पटेल ने न्यूज एजेंसी एएनआई से सफाई में कहा- “मैंने किसी को न्योता नहीं भेजा था। आखिर मैं कैसे इसके लिए जिम्मेदार हूं। इसके लिए भगवान जिम्मेदार है।”

बता दें कि गुजरात में कोरोना के केस फिर रफ्तार पकड़ रहे हैं। एक दिन पहले ही राज्य में संक्रमण के 954 नये मामले सामने आए, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 2,80,051 पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।
उसने बताया कि इसी दौरान इस महामारी के दो मरीजों की जान चली गई जिसके साथ ही राज्य में अब तक कोविड-19 के 4,427 मरीजों की मौत हो चुकी है। विभाग के मुताबिक फिलहाल 4,966 मरीज उपचाररत हैं जिनमें से 58 की हालत गंभीर हैं।

चार शहरों में बढ़ा नाइट कर्फ्यू: कोरोना से गंभीर होती स्थिति के बीच गुजरात सरकार की कोर कमेटी की मंगलवार को गांधीनगर में बैठक हुई थी। इसमें मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी ने 16 मार्च से 31 मार्च तक अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा तथा राजकोट में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाने का फैसला किया। सूरत के कंटेनमेंट जोन अठवा, रांदेर व लिंबायत में सिटी बस व बीआरटीएस को भी बंद रखा जाएगा। 16 मार्च से इन शहरों में रात 12 से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा।