पीएम मोदी और सीएम योगी पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी करने को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक सरकारी अध्यापक पर बड़ी कार्रवाई कर दी गई है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर हुआ तो इसकी शिकायत ऊपर तक पहुंची। इसके बाद पहले उन्हें निलंबित किया गया फिर तीन महीने बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। उनका नाम अजीत यादव है और वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र नेता और छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं।

अजीत यादव का कहना है “इस मामले में जांच अधिकारी कौड़िहार ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश मिश्रा हैं। और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी के खिलाफ हम लाइव आए थे, इसलिए उनके निर्देश पर कार्रवाई हुई है। वहीं जज है और वह मुंसब है। सब कुछ खुद ही कर लिया।”

कहा कि न तो उन्होंने कोई आपत्तिजनक टिप्पणी की है और न ही किसी पार्टी से संबंध रखते हैं। उन्हें यादव जाति की वजह से प्रताड़ित किया गया है। मीडिया सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई के खिलाफ वह न्यायालय जाएंगे और वहां जो भी फैसला होगा, उसे स्वीकार करेंगे। वह प्रयागराज के बहरिया क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में तैनात थे।

यादव ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर शेयर वीडियो में न तो यह बताया गया है कि यह कहां का है, कब का है और किसने बनाया है। न तो वीडियो की जांच की गई और न ही उसकी सत्यता के बारे कोई सबूत है। केवल शिकायत के आधार पर कार्रवाई कर दी गई। अजीत यादव ने वीडियो को ही फर्जी बताया है और कहा है कि यह सब जान-बूझकर परेशान करने के लिए ऐसा किया गया।

कहा कि ” जब हमें नोटिस मिला तब हम छह दिन की छुट्टी पर थे। जब आए ज्वाइन किए और विधानसभा चुनाव का परिणाम आया तो हमें आरोप लगाकर निलंबित कर दिया गया। उसके कुछ दिन बाद मेरे खिलाफ एफआईआर करा दी गई। अब मैं इसके खिलाफ न्यायालय जाऊंगा और वहां से जो फैसला होगा, उसको स्वीकार करूंगा।”