उत्तर प्रदेश में हुए लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मार ली है। सपा के कद्दावर नेता आजम खान के गढ़ और यादव परिवार का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है। भाजपा को मिली इस जीत के बाद सोशल मीडिया पर लोग तंज कस रहे हैं।
रामपुर लोकसभा सीट आजम खान और आजमगढ़ यादव परिवार के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती रही है लेकिन दोनों ही सीट पर सपा के प्रत्याशी हार गए। आजमगढ़ में तो अखिलेश के भाई धर्मेन्द्र यादव को हार का सामना करना पड़ा है। आजम खान और धर्मेन्द्र यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
आजम खान और धर्मेन्द्र यादव की तस्वीर शेयर करते हुए पत्रकार अभिनव पाण्डेय ने लिखा कि ‘ये क्या हो गया चचाजान?’ अजीत सिंह ने लिखा कि ‘अखिलेश यादव जी को तत्काल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’ तरुण नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अखिलेश यादव अब राष्ट्रपति चुनाव जितवाएंगे, उनको MP-MLA का चुनाव अब छोटा लगता है।’
तनवीर अहमद ने लिखा कि ‘पूरे साल एसी में सोइए और चुनाव के 10 दिन पहले एक्टिव हो जाइए और चुनाव जीत जाइए इसलिए कि आप अखिलेश के भाई है तो मतलब भाजपा वाले बेवकूफ हैं जो पूरा साल चुनाव का प्रचार प्रसार करते हैं।’ रॉकी यादव ने लिखा कि ‘आजमगढ़-रामपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान सीएम योगी ने दोनों सीटों पर रैली निकाली जबकि अखिलेश यादव रामपुर छोड़िए अपने ही संसदीय सीट आजमगढ़ में एक दिन नहीं आए।’
जैद अली ने लिखा कि ‘जो जमीन पर नहीं लड़ सकता उसे चुनाव भी नहीं लड़ना चाहिए।’ वैभव शुक्ला ने लिखा कि ‘ये चुनाव नहीं आसान बस इतना समझ लीजिए कि ये पांच साल का सैलेबस है, पैर का पसीना सिर पर चढ़वाना है।’ हरिशंकर यादव ने लिखा कि ‘रामपुर में प्रशासन के दबाव से वोटरों को घरों से निकलने नहीं दिया गया। नहीं तो विधानसभा के चुनाव में जैसे जमानत जब्त हुई थी वैसे इस चुनाव में भी होती!’
बता दें कि चुनाव नतीजों को लेकर जब आजम खान से सवाल पूछा गया तो वह भड़क गये। उन्होंने कहा कि चुनावी नतीजे कहां हैं, ये चुनाव था ही कहां। इसे आप ना चुनाव कह सकते हैं और ना ही चुनावी नतीजे कह सकते हैं। वहीं सपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव का कहना है कि सपा की हार का कारण भाजपा का बसपा से गठबंधन है, और यह बात मैं आज ही नहीं कह रहा हूं जबसे चुनाव लड़ने आया था तभी से कह रहा हूं।