दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने कहा है कि शहर में हर रविवार को सम और विषम दोनों नंबर प्लेट वाली कारें चलेंगी। सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए शुरू की गई सम-विषम नंबर प्लेट वाली गाड़ियों को अलग-अलग दिन चलाने की योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस पर है। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार ने मुद्दे पर रणनीति तैयार करने के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि यात्रियों की भीड़ के समायोजन के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को अपने कामकाज के घंटे बढ़ाने के लिए कहा जाएगा।

मुख्यमंत्री केजरीवाल की योजना के मुताबिक विषम संख्या के नंबर प्लेट वाली कारों को सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को चलने की मंजूरी दी जाएगी। वहीं सम संख्या वाली कारों को मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेंगी। राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर पीसीआर वाहन, दमकल वाहन और एंबुलेंस जैसे आपात वाहनों को हर दिन चलने की मंजूरी होगी।

जैन ने कहा, ‘हम सम-विषम दोनों संख्या के नंबर प्लेट वाले वाहनों को रविवार को चलने की मंजूरी देंगे क्योंकि उस दिन राजधानी की सड़कों पर ज्यादा यातायात नहीं होता। हमारे पास सम-विषम योजना के कार्यान्वयन की दिशा में रणनीति बनाने के लिए पर्याप्त समय है।’ उन्होंने दिल्ली पुलिस को योजना लाने से पहले सूचित न करने के सवाल पर कहा कि पुलिस सरकार का हिस्सा है और पुलिस सरकार नहीं है। सरकार की ओर से बनाए गए कानून के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बस सेवा से अपने बसों की आवृति 20 फीसद बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मेट्रो से भी अपने कामकाज के घंटे बढ़ाने के लिए कहा जाएगा ताकि लोगों को सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते समय दिक्कतों का सामना न करना पड़े। अगर हम सार्वजनिक परिवहन में 20 फीसद का इजाफा करें तो लोगों के लिए समस्याएं नहीं होंगी।

वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर लोगों को दिक्कतें होती हैं तो सरकार दस से 15 दिन के बाद योजना बंद कर देगी। चार दिसंबर को आप सरकार ने योजना की घोषणा की थी। इसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी से सम, विषम संख्या के नंबर प्लेट वाले निजी वाहनों को वैकल्पिक दिन ही चलने की मंजूरी होगी।