आम आदमी पार्टी (आप) की असंतुष्ट विधायक अलका लांबा ने कहा कि वह दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के चांदनी चौक में हुए रोड शो में शामिल नहीं हुई क्योंकि पार्टी ने उनका ‘‘अपमान’’ किया था। चांदनी चौक से विधायक ने ट्विटर के जरिए अपना गुस्सा निकाला और दावा किया कि उन्हें केजरीवाल की कार के पीछे चलने को कहा गया जबकि अन्य विधायक उनके साथ कार में थे। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पार्टी (आप) उम्मीदवार पंकज (गुप्ता) जी का फोन आया था कि मुझे मुख्यमंत्री के रोडशो में शामिल होना है। मैं तैयार थी, लेकिन फिर संदेश भिजवाया गया कि मैं मुख्यमंत्री के साथ गाड़ी में नहीं रहूंगी। मुझे उनकी गाड़ी के पीछे चलना होगा, जबकि बाकी विधायक उनके साथ रहेंगे। मुझे और मेरे लोगों को यह अपमान मंजूर नही था।’’ केजरीवाल ने चांदनी चौक से आप उम्मीदवार पंकज गुप्ता के साथ मंगलवार को रोडशो किया था।  लांबा और आप के बीच मतभेद नया नहीं है। इससे पहले भी इस महीने की शुरुआत में आप के ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज के साथ ट्विटर पर उनका झगड़ा हो गया था।

गौरतलब है पिछले दिनों अलका लांबा ने जामा मस्जिद के बाहर लोगों से पूछा कि क्या उन्हें आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए? क्योंकि उनसे बार बार इस्तीफे की मांग की जा रही है। वहीं आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भी उनपर तीखा तंज कसा था। अलका लांबा ने कहा- मैं भाजपा के खिलाफ लड़ रही हूं लेकिन कुछ लोग मेरे खिलाफ ही लड़ने उतर गए हैं। मेरी पार्टी के लोग ही मुझसे बार बार इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। मैं जानना चाहती हूं कि मेरी गलती क्या है। मुझे इस्तीफा क्यों देना चाहिए ? मैं चाहती हूं कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र चांदनी चौक के लोग तय करें कि मुझे ‘आप’ से इस्तीफा देना चाहिए या नहीं ?

अलका ने बताया था, कि मेरे पीठ पीछे साजिश हो रही हैं। ये पहली बार नहीं है जब मुझे इस्तीफा मांगा गया है। इससे पहले भी केजरीवाल मुझसे इस्तीफा मांग चुके हैं। लेकिन अगले ही दिन मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। गौरतलब है कि अलका लांबा ने बतौर छात्र नेता अपना करियर शुरू किया था और 2014 में कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हो गईं थीं।