दिल्ली के चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने शुक्रवार (6 सितंबर) को आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वॉइन कर ली है। अलका लांबा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इसकी पुष्टि की। उन्होंने लिखा, ‘AAP को गुड बाय कहने और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का वक्त आ गया है। पिछले 6 साल की यात्रा मेरे लिए अच्छी सीख रही। सभी को धन्यवाद। आप विधायक लांबा ने पिछले महीने कहा था कि उन्होंने पार्टी छोड़ने और आगामी विधानसभा चुनाव निर्दलीय के रूप में लड़ने का मन बना लिया है।’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से थीं नाराजः लांबा पिछले कुछ समय से आप नेतृत्व खासकर पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली से नाराज चल रही थीं। केजरीवाल पर पार्टी में मनमानी करने का आरोप लगाते हुए वह इसका सार्वजनिक तौर पर कई बार विरोध कर चुकी हैं। लांबा और आम आदमी पार्टी के बीच पिछले कुछ समय से टकराव की स्थिति जो शुरू हुई, वह किसी न किसी रूप में चलती रही है। लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने अपने राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से जवाबदेही मांगी थी। इसके बाद उन्हें पार्टी विधायकों के आधिकारिक वॉट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया था।
The time has come to say
“Good Bye” to #AAP and to resign from the primary membership of the Party.
The past 6years journey was a great learning for me.Thanks to all. #JaiHind #ChandniChowk #MLA #AlkaLamba #Delhi
— Alka Lamba – अलका लाम्बा (@LambaAlka) September 6, 2019
लोकसभा चुनाव में प्रचार से किया था इनकारः विधायक अलका लांबा ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए प्रचार करने से इनकार कर दिया था और उन्होंने केजरीवाल के रोडशो के दौरान मुख्यमंत्री की कार के पीछे चलने के लिए कहे जाने के बाद रोडशो में भाग नहीं लिया था। यही नहीं लांबा और आप के बीच सबसे पहले टकराव राजीव गांधी को दिए गए भारत रत्न सम्मान को वापस लिए जाने संबंधी प्रस्ताव पारित करने के पार्टी के फैसले को लेकर हुआ था। लांबा ने पार्टी के प्रस्ताव पर आपत्तियां उठाई थीं।उन्होंने दिसंबर 2018 में ट्वीट किया था कि आप ने उन्हें प्रस्ताव का समर्थन करने को कहा जिससे उन्होंने इनकार कर दिया। लांबा ने कहा था कि वह इसके लिए किसी भी सजा का सामना करने के लिए तैयार हैं।
कांग्रेस के साथ शुरू किया था राजनीतिक करियरः अपना राजनीतिक करियर कांग्रेस से शुरू किया था और आप में शामिल होने से पहले उन्होंने करीब 20 साल विभिन्न भूमिकाओं में पार्टी की सेवा की। दिल्ली में अगले साल जनवरी में संभावित विधानसभा चुनाव के पहले लांबा ने आप छोड़ने की घोषणा कर कांग्रेस में एक बार फिर शामिल होने की अटकलों को हवा दे दी है। फिलहाल लांबा ने अपनी भविष्य की रणनीति के बारे में कोई स्पष्ट खुलासा नहीं किया है।
सोनिया गांधी से की थी मुलाकातः पिछले दिनों अलका ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद वह कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। पिछले कई महीनों से आम आदमी पार्टी के साथ कई मुद्दों को लेकर टकराव की खबरें सामने आती रहीं हैं। यही नहीं कई मौकों पर अलका कांग्रेस और उसके वरिष्ठ नेताओं की तारीफ करती नजर आईं हैं।