उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के गठबंधन पर तमाम निगाहें टिकी हुई हैं, दोनों तरफ से साथ आने के संकेत तो दिए जा चुके हैं लेकिन वह कब साथ आएंगे इस पर सस्पेंस बना हुआ है। इन सबके बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर दोहराते हुए साफ किया है कि चाचा शिवपाल का पूरा सम्मान किया जाएगा, जल्द ही वह पार्टी के साथ होंगे। समाचार चैनल टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी उनका सम्मान करेगी और उनको साथ लेगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी उनके दल को भी साथ लेंगे।
वहीं जब उनसे गठबंधन की डेडलान के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी चुनाव बहुत दूर है तो डेडलाइन कैसे होगी। उन्होंने साफ किया कि 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के दिन कोई पॉलिटिकल एक्टिविटी नहीं होगी। वहीं इससे पहले शिवपाल यादव ने कहा था कि अगर अखिलेश उनके करीबियों को टिकट देने का वादा करें तो वह अपनी पार्टी के विलय को भी तैयार हैं।
गौरतलब है कि शिवपाल यादव ने सपा से अलग होकर 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी। ऐसे में अब यूपी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने को लेकर कई बार अपनी बात सामने रख चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि अगर 25 फीसदी सीटें मिलीं तो समाजवादी पार्टी के साथ आ सकता हूं।
उन्होंने ये भी कहा था कि सपा को खड़ा करने में हमने बहुत मेहनत की है। अगर सपा के साथ गठबंधन नहीं हुआ तो हम किसी भी राष्ट्रीय दल के साथ गठबंधन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने नेताजी(मुलायम सिंह यादव) के साथ 40-45 साल काम किया है और सपा को बुलंदियों तक पहुंचाया है।
बता दें कि अखिलेश यादव जब सपा प्रमुख बने थे, तो शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगहनरेश उत्तम को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।