अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद भारत में पक्ष-विपक्ष में बयानबाजी भी शुरू हो गई। तालिबान का खुलकर समर्थन करने वालों में समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद शफीकुर रहमान बर्क भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि “जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था, तब हमारे देश ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। अब तालिबान अपने देश को आजाद करके चलाना चाहता है। तालिबान एक ऐसी ताकत है जिसने रूस और अमेरिका जैसे मजबूत देशों को भी अपने देश में बसने नहीं दिया।”
उनके इस बयान पर फौरन प्रतिक्रिया आई। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, “समाजवादी पार्टी में कुछ भी हो सकता है। अगर किसी ने ऐसा कहा है तो उनमें और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान में कोई अंतर नहीं है।” कहा कि समाजवादी पार्टी से ऐसी ही अपेक्षा की जा सकती है। वह तालिबान का समर्थन करेंगे और उनके पक्ष में बयान जारी करेंगे।
इस बीच यूपी सरकार ने तालिबान के समर्थन और विरोध की किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है। सरकार ने इसके लिए सहारनपुर जिले के देवबंद में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) सेंटर खोलने का ऐलान किया है। इसमें आतंकी घटनाओं और आपात स्थिति में कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान के हालात से भारत पर पड़ने वाले प्रभाव और तालिबानी समर्थकों पर लगाम कसने के लिए राज्य में अतिरिक्त एटीएस की भारी जरूरत महसूस की जा रही है। इसी को देखते हुए इस काम में युद्धस्तर पर तैयारी चल रही है। देवबंद के अलावा लखनऊ और नोएडा में भी एटीएस सेंटर बनाए जा रहे हैं।
देवबंद में दो हजार वर्ग मीटर क्षेत्र पर बनने जा रहे इस सेंटर में डेढ़ दर्जन ऐसे चुने हुए अधिकारियों की तैनाती होगी जिनकी गिनती तेजतर्रार लोगों में होती है। यह जानकारी मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट करके दी।