सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को लेकर AIMIM ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल बीते दिनों राजभर ने सपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ लिया। ऐसे में अब वो नए राजनीतिक साथी की तलाश में हैं। वहीं ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम की तरफ से उन्हें जोकर और नचनिया बताया गया है। बता दें कि AIMIM के यूपी के प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा कि राजभर सीबीआई और ईडी के डर से बीजेपी का हमदर्द होने का दिखावा कर रहे हैं।

दरअसल ओपी राजभर ने अपने एक बयान में यूपी के मुसलमानों से 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन करने की अपील की है। उनके इस बयान पर एक न्यूज चैनल से बात करते हुए AIMIM के प्रदेश प्रवक्ता फरहान ने इसे बेवकूफी भरा बयान बताया। उन्होंने कहा कि आखिर मुसलमानों को सलाह देने वाले राजभर होते कौन हैं।

फरहान ने कहा, “अगर उन्हें सीबीआई और ईडी का डर लगता है, तो वो भाजपा में चले जाएं, वो सिर्फ मुसलमानों को लालच दे रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यूपी की राजनीति में ओपी राजभर को कोई गंभीरता से नहीं लेता। उनको एक नचनिए की तरह से देखा जाता है। वो हर दल में आते हैं और बढ़िया नाच गाना दिखाते हैं, मनोरंजन करते हैं और चले जाते हैं। उन्हें राजनीतिक जोकर की तरह देखा जाता है।

मोहम्मद फरमान ने कहा, “अखिलेश यादव ने इन्हें पहले ही लात मारकर निकाल दिया है। वहीं बसपा भी कह चुकी है कि हमें ऐसे नचनिए की जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि यही राजभर पहले कहते थे कि मोदी, शाह और योगी को लाकर गंगा में डुबोकर मार डालूंगा लेकिन अब ये कह रहे हैं कि मोदी शाह अच्छे हैं और इनके साथ मुसलमानों को आ जाना चाहिए। आखिर राजभर मुसलमानों के कौन हैं? उनके ठेकेदार हैं क्या?

बसपा ने किए दरवाजे बंद:

सपा से गठबंधन तोड़ने के बाद राजभर ने संकेत दिए थे कि वो बसपा के साथ जा सकते हैं। हालांकि बसपा ने भी उनके लिए अपने दरवाजे बंद कर लिए हैं। मायावती के भतीजे और बसपा के राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर आकाश आनंद ने एक ट्वीट में राजभर का नाम लिए बैगर कहा, ”यूपी की पूर्व सीएम मायावती के शासन, प्रशासन, अनुशासन की तारीफ पूरी दुनिया करती है बहनजी के नाम के सहारे कुछ अवसरवादी लोग अपनी राजनीतिक दुकान चलाने की कोशिश में है। ऐसे स्वार्थी लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।”