Owaisi Questions UP CM Yogi: अतीक-अहमद हत्याकांड पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर अतीक और अशरफ की हत्या को बयान दिया है। ओवैसी ने इस बार अतीक और अशरफ के हत्यारों की तुलना नाथुराम गोडसे से की है। AIMIM चीफ ने कहा कि उन्होंने (शूटर्स) कहा कि हम मशहूर होना चाहते थे। ये मशहूर होना नहीं है, ये वो ग्रुप है जिसे हम टेरर सेल कहते हैं। हम पूछना चाहते हैं कि उन पर यूएपीए (UAPA) क्यों नहीं लगा? उन्हें 8 लाख का हथियार किसने दिया? आप याद रखो कि ये आतंकवादी हैं, ये रेडिक्लाइज हो चुके हैं। ये गोडसे के नक्शे कदमों पर चल रहे हैं।
‘योगी जी क्या आपको खत मिल गया’
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हम देश के प्रधान सेवक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से पूछना चाहते हैं कि अतीक-अशरफ के हत्यारों पर यूएपीए क्यों नहीं लगा। ओवैसी ने सवाल किया कि जिनके रहने के लिए सही से घर नहीं है। उनको आठ-आठ लाख के हथियार लाकर किसने दिए।
इस दौरान ओवैसी ने अशरफ के खत का जिक्र किया, जो उसने हत्या से पहले लिखा। ओवैसी ने कहा कि मैं सीधे-सीधे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पूछ रहा हूं कि आपको खत मिल गया होगा। जिसमें मरने वाले ने लिखकर दिया कि मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई को पत्र लिखा रहा हूं, जिसमें उसने अपनी मौत के जिम्मेदार का जिक्र किया है। ओवैसी ने पूछा कि सीएम योगी जी आपको खत तो मिल गया होगा। बताओ इस डबल मर्डर हत्याकांड को किसने अंजाम दिया।
‘क्या पुलिस वाले दूल्हे की बारात में आए थे’
असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश के महाराज से पूछना चाहता हूं कि ये क्या हो रहा है? उन्होंने कहा था कि गोली का जवाब गोली से देंगे। अब जब गोली चल गई तो अपराध में जो पुलिस वाले थे, कोई अपना हथियार नहीं निकाला। ऐसा दिख रहा था कि दूल्हे की बारात में आए हैं। कोई अपना हथियार नहीं निकाला। निकालकर एक को तो गोली मारते। नहीं। गोली मार दिए, अपने मकसद में कामयाब हो गए। उसके बाद वो हथियार को फेंककर सरेंडर कह रहे हैं।’
15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की हुई थी हत्या
अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को मेडिकल के लिए अस्पताल लाया गया था और वे पुलिस कस्टडी में थे। शूटर्स ने दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। मौके पर ही अतीक और अशरफ ने दम तोड़ दिया। हत्या करने के बाद हाथ उठाकर तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य ने सरेंडर कर दिया था। अतीक की हत्या से दो दिन पहले ही उसके बेटे असद और शूटर गुलाम का झांसी में एनकाउंटर किया गया था।