एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि मुसलमानों-दलितों और आदिवासियों में आबादी के लिहाज से अगर देश में कहीं बराबरी नजर आती है तो वह जेल में आती है। कहा कि तीनों ही समुदाय के लोग आए दिन जेल भेज दिए जाते हैं। वह गुजरात के कच्छ में मंगलवार को आयोजित एक रैली को संबोधित कर रहे थे। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने आम जनता से कहा कि वह पूरी ताकत और सामर्थ्य से चुनाव लड़ेंगे और आपको हमें जिताना होगा। कहा कि ‘वह पार्टी को मजबूत करने के इरादे से गुजरात आए हैं। हमारा उम्मीदवार भी भुज से खड़ा होगा।’

उन्होंने लोगों का अच्छा इंसान बनने के लिए आह्वान करते हुए कहा, “मुसलमान कुरान के अनुसार चले और अल्लाह के सामने सिर झुकाने और नमाज पढने की आदत डालें।” कहा कि अल्लाह से अपने रिश्ते को मजबूत बनाएं और अच्छे इंसान बनने की कोशिश करें।

उन्होंने मुसलमानों के साथ हो रहे अन्याय के मुद्दे पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि, “प्रयागराज में आफरिन के पूरे घर को तोड़ दिया। हमारा घर तोड़ दिया तुमने। तुम कौन होते हो घर तोड़ने वालों? तुम कौन होते हो तोड़ने वालों, अगर उसने किया भी तो कोर्ट में जाकर उसे सजा दिलवाओ। जेल में डालो। अगर सजा भी होती तो क्या घर तोड़ देंगे आप?”

उन्होंने कहा, “यूपी का सीएम, यूपी का चीफ जस्टिस बन चुका है कि वो फैसला करेगा कि किसका घर तोड़ना है। आपने बुलडोजर चलाकर, भारत के रूल ऑफ लॉ पर बुलडोजर चला दिया। बताओ देश के पीएम, यह नफरत नहीं तो क्या है?” कहा कि “तुम अपनी ज़बान से अनाप-शनाप बक के सिर्फ़ और सिर्फ़ मुसलमानों से नफ़रत का इज़हार कर रहे हो। तुम जितनी भी कोशिश कर लो, कुछ नहीं होगा। क्योंकि मेरे अल्लाह (SWT) ने अपने हबीब के ज़िक्र को बुलंद कर दिया है।”

उन्होंने योगी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिम्मत हो तो पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा और लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी आशीष मिश्रा के घरों को गिराके दिखाओ। उन्होंने मांग की नूपुर शर्मा को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।