केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बिहार में फौज की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों ने भभुआ रेलवे स्टेशन पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। साथ ही पटरियों को ब्लॉक कर ट्रेन में आग लगा दी। वहीं नवादा में बीजेपी विधायक अरुणा देवी पर हमला हुआ है।

बिहार में गुरुवार (16 जून, 2022) को जहानाबाद, नवादा, कैमूर, छपरा, मोतिहारी और सहरसा में प्रदर्शन हुआ। वहीं, कई जिलों में रेल के डिब्बों में भी आग लगाई गई है। जहानाबाद में युवाओं ने अग्निपथ स्कीम के विरोध में काको मोड़ के समीप आगजनी कर एनएच-83 और एनएच-110 को जाम कर दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी की। कुछ युवा रेलवे ट्रैक पर बैठ गए। गोपालगंज में गोरखपुर-पाटलीपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन को आग के हवाले किया गया है।

बिहार के जहानाबाद में ट्रैक जाम कर रहे छात्रों ने ट्रेन पर पथराव किया है। इस घटना में कई लोगों को चोटें आईं हैं। पत्थरबाजी जहानाबाद स्टेशन के समीप हुई, जिसके बाद पुलिस ने छात्रों को खदेड़ कर रेलवे ट्रैक को खाली कराया। नवादा, आरा और सहरसा में भी रेवले स्टेशन और सड़क पर युवाओं ने प्रदर्शन किया। आरा में युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर हुड़दंग मचाया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर उन्हें खदेड़ दिया।

विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है, ‘हमने लंबे समय से तैयारी की थी और अब केंद्र सरकार चार साल की नौकरी के रूप में टीओडी (टूर ऑफ ड्यूटी) लाई है। उन्होंने कहा कि हम वो नहीं चाहते, बल्कि पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल किया जाए।

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना से चार साल बाद ‘सरकारी बेरोजगार अग्निवीरों’ की फौज तैयार होगी, जो न देशहित में है न समाज हित में। सरकार या तो चार साल बाद अग्निवीरों को बेरोजगार भत्ता दे या रोजगार की गारंटी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना स्कीम पर सवाल उठाए हैं। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सेना भर्ती में केंद्र सरकार की नई योजना का देश में हर तरफ़ विरोध हो रहा है। युवा बहुत नाराज़ हैं। उनकी मांग एकदम सही हैं। सेना हमारे देश की शान है, हमारे युवा अपना पूरा जीवन देश को देना चाहते हैं, उनके सपनों को 4 साल में बांधकर मत रखिए।

केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि युवाओं को 4 साल नहीं, पूरी ज़िंदगी देश सेवा करने का मौक़ा दिया जाए। पिछले दो साल सेना में भर्तियाँ ना होने की वजह से जो overage हो गए, उन्हें भी मौक़ा दिया जाए।