Delhi News: भारतीय जनता पार्टी की नगर निगम पार्षद रेणु चौधरी का एक वीडियो वायरल होने के बाद मचे बवाल के बीच पार्टी की दिल्ली यूनिट ने पार्षद को तलब किया और उनसे अपने आचरण के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। बैठक के बाद चौधरी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए , पार्टी सूत्रों ने बताया कि वीडियो के पार्टी के हाई कमान का ध्यान आकर्षित करने के बाद चौधरी को दोपहर 2 बजे दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। इस वीडियो में चौधरी, मयूर विहार के लवली पार्क में एक फुटबॉल कोच से बहस करती नजर आ रही हैं। यह पार्क एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में आता है। वीडियो में चौधरी चेतावनी देती दिख रही हैं कि अगर अफ्रीकी नागरिक अगले एक महीने के अंदर हिंदी नहीं सीख पाया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोच स्थानीय पार्क में गरीब बच्चों को फुटबॉल की ट्रेनिंग देता है। चौधरी ने यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी शेयर किया है।
वीरेंद्र सचदेवा ने क्या कहा?
सचदेवा ने बैठक के बाद कहा, “पार्षद के बोलने का तरीका सही नहीं था। खेल एक ऐसी चीज है जो बच्चों और राष्ट्र को जोड़ती है, इसकी कोई भाषा नहीं होती।” उन्होंने कहा, “हमने उन्हें यह बात बताई, जिसके बाद उन्होंने खेद व्यक्त किया और माफी मांगी। अब हमारा ध्यान पार्क में सुविधाओं को बेहतर बनाने पर है।”
चौधरी ने खुद इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिए माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने कहा, “एमसीडी पार्क बच्चों के खेलने और कोचिंग लेने के लिए हैं। हम सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। मैं अपने व्यवहार और लहजे के लिए माफी मांगती हूं।”
चौधरी के कई समर्थकों ने इंस्टाग्राम पर ऐसे वीडियो पोस्ट किए। इनमें तर्क दिया गया था कि भारत में रहने वालों को हिंदी सीखनी चाहिए। अपने पहले के बयानों का बचाव करते हुए चौधरी ने दावा किया कि कोच बिना इजाजत के पार्क के अंदर व्यावसायिक गतिविधियां चला रहा था और भाषा की बाधा के कारण एमसीडी कर्मचारियों को कम्युनिकेशन करने में समस्या आ रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने उसकी हिंदी ट्यूशन का खर्च उठाने की पेशकश भी की थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
पार्क के पास चाय बेचने वाले एक स्थानीय व्यक्ति ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कोच पिछले 15 सालों से आसपास के इलाकों के बच्चों को ट्रेनिंग दे रहे थे और वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के बार-बार आने के कारण उन्होंने आना बंद कर दिया था। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि चौधरी को उनकी आदतन आपत्तिजनक हरकतों के चलते पहली और आखिरी चेतावनी जारी की गई। सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें उस पार्क में नशीली दवाओं के खतरे की शिकायतें मिली थीं, जहां घटना घटी थी।
पहली बार पार्षद बनीं रेणु चौधरी
चौधरी पहली बार एमसीडी पार्षद बनी हैं। 2022 के एमसीडी चुनावों में चुनी गईं और इससे पहले पार्टी के महिला मोर्चा से जुड़ी थीं। इंस्टाग्राम पर 3.6 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स के साथ, वह दिल्ली बीजेपी की ओर से सोशल मीडिया पर सबसे फेमस चेहरों में से एक हैं। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, उन्होंने 2018 में यूपी स्टेट ओपन स्कूल से क्लास 10 पास की थी। एमसीडी की बैठकों में, चौधरी बार-बार अपने वायरल वीडियो का हवाला देती हैं और नगर निगम के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं पर लापरवाही का आरोप लगाती हैं।
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