IAS संतोष वर्मा के बयान से मचा बवाल अभी थमा भी नहीं था कि एक और आईएएस अधिकारी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला आईएएस अधिकारी मीनाक्षी एक मंच से जातिगत पहचान और जातिवाद को समय की आवश्यकता बता रही है।

वीडियो में आईएएस मीनाक्षी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अजाक्स को केवल एक संगठन तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि पूरे समाज तक पहुंचाना होगा और समाज को जोड़ने के लिए सबसे पहली कड़ी हमारा परिवार है।

आईएएस मीनाक्षी ने वीडियो में क्या कहा?

आगे आईएएस ने कहा,”हमारे बच्चों को बताना पड़ेगा कि हम आदिवासी हैं, हमारी जाति क्या है। जातिगत पहचान और जातिवादी होना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है। आप देखते होंगे कि सर्वण समाज को सरनेम देख-देखकर उनका पक्षपात करते हैं। ये जातिवादी मानसिकता हमारे लिए जरूरी है। हम लोग अपने लोगों को ढूंढे और उनकी मदद करें।

उन्होंने आगे कहा कि मेरी जहां भी पोस्टिंग होती है मैंने देखा है कि हमारे आदिवासी भाई लोग मिलने में संकोच करते हैं। कैसे जाएं अरे ये बड़े पद पर हैं, आप जब भी भोपाल आएं मुझे मिलने जरूर आएं और अपनी बात रखें। जिन्हें समस्या होती है वो आते ही हैं, जिन्हें कोई समस्या न हो वो भी आएं मुझे अच्छा लगेगा। मिलेंगे, बैठेंगे, बात करेंगे तभी हम समाज के लिए कुछ कर पाएंगे।

सवर्ण समाज ने जताई आपत्ति

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह वीडियो 23 नवंबर को भोपाल के अंबेडकर पार्क में आयोजित अजाक्स सम्मेजन का है, जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है। आईएएस मीनाक्षी के बयान पर सवर्ण समाज ने आपत्ति जताई है।

आईएएस संतोष वर्मा भी घिर चुके हैं ऐसे ही विवाद में

इससे पहले आईएएस संतोष वर्मा भी इसी तरह बयान देकर विवादों में घिर चुके हैं। उन्होंने अजाक्स सम्मेलन में ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हुए थे जिसके बाद उन्हें मंत्रालय अटैच कर दिया गया था।