गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी ताल ठोक रही है। इसके चलते शनिवार (28 अक्टूबर, 2022) ओवैसी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर थे। एआईएमआईएम के मैदान में होने से किस पार्टी को सबसे ज्यादा खतरा होगा। इस सवाल को लेकर एबीपी के सी-वोटर ने एक सर्वे किया, जिसमें बेहद चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। आंकड़ों की मानें तो ओवैसी की पार्टी से सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होगा और ऐसा मानना 50 प्रतिशत लोगों का है।

सर्वे में सवाल किया गया कि एआईएमआईएम के चुनाव लड़ने से किस पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसना होगा? सर्वे में 50 प्रतिशत लोगों ने कहा कि एआईएमआईएम से कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। वहीं, 18 प्रतिशत लोगों का मानना है कि आम आदमी पार्टी को नुकसान होगा, जबकि 30 प्रतिशत लोगों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी को नुकसान होगा। इसके अलावा 3 प्रतिशत लोगों ने कहा कि अन्य को नुकसान होगा।

अब तक 5 सीटों पर ओवैसी ने उतारे उम्मीदवार

ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। जिन सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं, उनमें बापूनगर, सूरत, जमालपुर-खड़िया, दानिलिमदा और सूरत पूर्व हैं। बापूनगर सीट पर शहनवाजखान पठान, सूरत के लिंबायत से अब्दुल बसीर शेख, जमालपुर-खड़िया से साबिर काबलीवाला, दानिलिमदा से अपने दलित चेहरे कौशिका परमार और सूरत पूर्व से वसीम कुरैशी के नाम का ऐलान किया है।

रैली में ओवैसी ने यूसीसी लागू करने के फैसले पर राज्य सरकार को घेरा

अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान ओवैसी ने बनासकांठा जिले के वाडगाम में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने यूसीसी लागू करने के फैसले को लेकर गुजरात सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी गुजरात में वोट हासिल करने के लिए और हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कहा कि चुनावों के नजदीक आते ही मुद्दे उठाना भाजपा की पुरानी आदत है।

उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने उच्चतम न्यायालय को बताया था कि यूसीसी लागू करना केंद्र का अधिकार है, ना कि राज्यों का तो फिर अब यह सिर्फ चुनावी वोट हासिल करने के लिए यूसीसी का मुद्दा उठाया गया है।