Satyendra jain: दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन ने अपने खाने को लेकर दिल्ली(Delhi) की एक अदालत में अपील की थी कि उन्हें उनकी धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से खाना दिया जाए। यह अपील राउज एवेन्यू कोर्ट में विशेष न्यायाधीश के सामने सोमवार(21 नवंबर) को की गई थी। इस मामले में शनिवार(26 नवंबर) को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।
बता दें कि अदालत में एक याचिका दाखिल की गई थी, जिसमें कहा गया था कि सत्येंद्र जैन(AAP leader Satyendar Jain) की जो धार्मिक मान्यताएं हैं, उसके हिसाब से उन्हें जेल में खाना नहीं मिल रहा है। बताया गया कि जेल में रहने के चलते वो मंदिर नहीं जा सकते हैं, वो उपवास पर हैं, ऐसे में उन्हें पका हुआ भोजन, दाल, अनाज और दूध उत्पाद मिलने चाहिए जोकि जेल में नहीं मिल रहे हैं।
बता दें कि विशेष न्यायाधीश विकास ढुल ने गुरुवार को इस मामले में लंबी दलीलें सुनी और इसपर फैसला सुरक्षित रख लिया। अब अदालत अपना फैसला शनिवार को सुनाएगी।
अदालत में इस याचिका की सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल प्राधिकरण ने अपने जवाब में कहा कि जेल प्रशासन के तरफ से जाति, पंथ, लिंग आदि के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता। जवाब में कहा गया कि दिल्ली की जेलों में बंद सभी कैदियों को समान रूप से संतुलित और पौष्टिक आहार की दिया जाता है।
इससे पहले सत्येंद्र जैन की तरफ से दायर की गई अपील में कहा गया था कि पिछले दिनों से जेल प्रशासन उन्हें उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जरूरी खाद्य पदार्थ, फल-सब्जियां, मिश्रित बीज, सूखे मेवे और खजूर नहीं दे रहा है। इसकी वजह से पिछले सप्ताह उनका 2 किलो वजन कम हो गया। वहीं अदालत में यह भी बताया गया कि जैन जब से जेल में बंद हैं, तब से उनका 28 किलो वजन कम हुआ है।
सत्येंद्र जैन के वकीलों ने अदालत में कहा था कि जैन के पास एक सम्मानपूर्वक मानव जीवन जीने का अधिकार है, लेकिन जेल अधिकारियों द्वारा अन्यायपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है।