Delhi News: बाहरी उत्तरी दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में पुलिस ने एक ऑफिस में जुआ खेल रहे आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद जोगिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही महिला समेत छह अन्य को भी पकड़ा है। इस पर अब सियासी घमासान छिड़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने जोगिंदर सिंह के निष्कासन की मांग की है। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने पलटवार किया और इसे राजनीतिक साजिश करार बताया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस ने शनिवार रात कादीपुर रोड पर मौजूद एक ऑफिस से जुआ खेलने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया। इस अभियान के बारे में एक टिप मिली थी।’ हालांकि, आप नेता विवादों से अछूते नहीं हैं। 2022 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह एमसीडी के चुनावों के प्रचार के दौरान नाचते हुए रिवॉल्वर लहराते हुए दिखाई दे रहे थे। इसके बाद पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। बंटी ने फिर भी भाजपा, कांग्रेस और दो निर्दलीय उम्मीदवारों को हराकर चुनाव जीता था।
आम आदमी पार्टी के पार्षद के गिरफ्तार होने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप के रुख पर सवाल खड़ा किया और कहा, ‘क्या दिल्ली आप प्रमुख सौरभ भारद्वाज इस जुआरी पार्षद को निष्कासित करेंगे या इसे एक बार फिर बीजेपी की साजिश बताकर खारिज कर देंगे।’ सचदेवा ने कहा कि यह घटना एमसीडी में सत्ता गंवाने के बाद पार्टी के नए चेहरे को दिखाती है और उन्होंने आप नेताओं पर आपराधिक प्रवृत्ति अपनाने का आरोप लगाया।
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वीरेंद्र सचदेवा ने बोला हमला
आप के हालिया घोटालों पर जोर देते हुए सचदेवा ने कहा, ‘आप नेताओं ने हमेशा एक अलग तरह की राजनीति करने वाली पार्टी का हिस्सा होने का दावा किया है, लेकिन दिल्लीवासियों ने फर्जी डिग्रीधारी मंत्री जितेंद्र तोमर और विवादास्पद राशन कार्ड मंत्री संदीप कुमार जैसे नेताओं के साथ पार्टी का असली चेहरा देखना शुरू कर दिया है। इस लिस्ट में नया नाम पार्षद जोगिंदर सिंह बंटी का है, जिन्हें जुआ रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।’
आप ने किया पलटवार
सौरभ भारद्वाज ने बंटी के खिलाफ आरोपों का सीधे तौर जवाब नहीं दिया। आप ने एक बयान में कहा, ‘पिछले एक दशक में, बीजेपी ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी है जहां केंद्र सरकार की एजेंसियां और उनकी पुलिस रोजाना राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करती हैं। आज, अगर कोई आरोप बीजेपी के नियंत्रण वाली किसी एजेंसी से आता है, तो उसके गुण-दोष पर टिप्पणी करना मुश्किल है।’ विधानसभा में मोबाइल पर रमी खेल रहे थे कृषि मंत्री