बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार के बाद चर्चा है कि AIMIM के चुनावी मैदान में उतरने से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सीएम बनने चूक गए। चुनावी परिणाम के बाद आरोप लग रहे हैं कि AIMIM ने भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ा और कांग्रेस व आरजेडी को नुकसान पहुंचाया।

टीवी चैनल आजतक के डिबेट शो ‘हल्ला बोल’ में भी इसी मुद्दे पर चर्चा हुई। इसमें एंकर रोहित सरदाना विपक्षी दल के उस बयान का जिक्र किया जिसमें हार की एक वजह ओवैसी फेक्टर को भी माना गया। उन्होंने पूछा कि क्या बंगाल चुनाव में भी ओवैसी फेक्टर चलेगा? कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि भाजपा और ओवैसी भाई-भाई हैं। भाजपा उनके हेलीकॉप्टर में तेल डलवा देती है और एक लिस्ट थमा दी जाती है। असदुद्दीन ओवैसी वहां चुनाव लड़ने चले जाते हैं।

उन्होंने कहा कि ओवैसी पुराने हैदराबाद की नौ सीटों पर चुनाव लड़ते हैं और सीमांचल में भाजपा 24 सीटें बताती है। वो चुनाव लड़ने झारखंड, यूपी और महाराष्ट्र तक जाते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता की इस टिप्पणी पर एंकर ने तंज कसते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस तय करेगी कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा? कांग्रेस को पहले अपनी स्थिति देख लेनी चाहिए, इसके बाद बताना चाहिए कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा।

कांग्रेस प्रवक्ता ने मुद्दा बदलते हुए आरोप लगाया कि बिहार में भाजपा और जेडीयू चुनाव नहीं जीती है बल्कि दोनों चाचाओं (संभवतः सीएम नीतीश और असदुद्दीन ओवैसी) द्वारा जीत चुरा ली गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में दस सीटें ऐसी हैं जो एनडीए ने धांधली कर जीती हैं। एंकर ने कहा कि अमेरिका में ट्रंप ने भी ऐसा ही कहा था।

बता दें कि एनडीए में करीब दो दशक के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सहयोगी जेडीयू से ज्यादा सीटें जीती हैं। एनडीए को 125 सीटें मिली जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें गईं। इस चुनाव में एनडीए को 125 सीटें (भाजपा को 74, जदयू को 43, वीआईपी को 04 और हम को 4) सीट मिली हैं।

वहीं महागठबंधन 110 सीटों (आरजेडी 75, कांग्रेस 19 वामदलों को 16) पर जीत मिली है। दूसरी ओर, लोजपा ने 1 और ओवेसी की एआईएमआईएम ने 5 सीटें जीतीं है। इस चुनाव में आरजेडी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है।