Jharkhand News: झारखंड में मदरसों की जमीन बताकर सोमवार (29 अगस्त, 2022) को महादलितों के 50 घरों को ढहा दिया गया। इतना ही नहीं दबंगों ने इन लोगों से जबरन हस्तलिखित सहमति पत्र पर अंगूठा लगवाया। साथ ही इन सभी लोगों का सामान गाड़ियों में भरकर इनको छतरपुर के लोटो के इलाके के जंगल में छोड़ आए।

पलामू जिले के पांडू प्रखंड के मुरुमातु गांव के समीप टोंगरी के पास कई दशकों से बसे मुसहर समुदाय के 50 लोगों को उजाड़ दिए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मदरसे की जमीन बताते हुए उनके घरों जमींदोज कर दिया और गांव से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि घटनास्थल से 10 मिनट की दूरी पर स्थित पांडू पुलिस ने इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

घटना के बाद पांडू थाना प्रभारी धुमा किस्कू ने कहा कि वह अभी बाहर हैं, मौके पर पुलिस बल को भेजा गया है। महादलित परिवार की तरफ से लिखित आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी। दोनों पक्षों को आज थाने बुलाया गया है।

हिम्मतवाली सरकार में जिहादियों की हिम्मत बढ़ गई: रघुवर दास

अब भाजपा इस मामले को लेकर हेमंत सोरेन सरकार पर हमला किया है। पूर्व सीएम रघुबर दास ने कहा कि हिम्मतवाली सरकार में जिहादियों की हिम्मत बढ़ गई है। महादलित परिवारों को घरों को मदरसे की जमीन बताकर तोड़कर बेघर कर दिया और यह गूंगी-बहरी सरकार मौज मस्ती में लगी रही।

ऐसा लगता है कि हमले की यह खबर पाकिस्तान या अफगानिस्तान की है: अमर बाउरी

भाजपा राज्य अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष और विधायक अमर बाउरी ने सोरेन सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड में दलित और आदिवासी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसा लगता है कि हमले की यह खबर पाकिस्तान या अफगानिस्तान की है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि यह घटना झारखंड के पलामू में हुई है।

बता दें कि महादलित परिवार के यह लोग पिछले 30 साल से इस इलाके में रह रहे थे और पहाड़ के नजदीक मिट्टी काटकर झुग्गी झोपड़ी बनाए थे। कुछ लोगों के कच्चे मकान थे, जबकि कई लोग पत्तों से बनी झोपड़ियों में रह रहे थे।

वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समुदाय इलाके में भिक्षाटन कर अपना जीवन यापन कर रहा था। महादलित परिवार का कोई भी व्यक्ति शिक्षित नहीं है। समुदाय का आरोप है कि यह उनकी जमीन है, इस जमीन पर एक संस्था धार्मिक का संचालन किया जाना है। पीड़ित परिवार सदस्यों का कहना है कि उनके पास जमीन से संबंधित सर्वे के कागजात भी हैं।