वी नारायणस्‍वामी के इस कदम से पार्टी बंट गई है। हालांकि नारायणस्‍वामी ने चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन सूत्रों का कहना है कि नारायणस्‍वामी ने ज्‍यादातर विधायकों का समर्थन साथ होने का दावा कर सीएम की रेस में खुद को शामिल कर लिया है।

दूसरी तरफ, नारायणस्‍वामी के विरोधियों का कहना है कि उनके पास कांग्रेस के 15 में से सिर्फ 5 विधायकों का समर्थन है। नारायणसामी और पुदुचेरी कांग्रेस अध्‍यक्ष ए नमाचिवयम जो कि खुद सीएम की रेस में शामिल हैं, दोनों ने बुधवार को संशय की स्थिति दूर करने के लिए कांग्रेस अध्‍यक्षा सोनिया गांधी से मुलाकात की।

मुख्‍यमंत्री पद के अन्‍य दावेदारों में पूर्व मुख्‍यमंत्री वी वैथिलिंगम का नाम भी शामिल हैं। वह पिछली विधानसभा में नेपा विपक्ष थे। वैथिलिंगम दो बार मुख्‍यमंत्री रह चुके हैं और उनके खेमे का मानना है कि सबसे अनुभवी नेता होने के नाते सीएम की कुर्सी उन्‍हें मिलनी चाहिए।

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नमाचिवयम, राज्‍य में सबसे ज्‍यादा महत्‍वपूर्ण वन्नियार जाति से आते हैं। राज्‍य में वन्नियार जाति की आबादी कुल जनसंख्‍या का करीब 30 प्रतशित है। ऐसा बताया जा रहा है कि कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी नमाचिवयम को सीएम बनाने के पक्ष में नहीं है।

राज्‍य प्रभारी मुकुल वासनिक और राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद अगले कुछ दिनों में कांग्रेस विधायकों से मिलकर मुख्‍यमंत्री का नाम तय करने के लिए पुदुचेरी जा सकते हैं।