सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने एक बार फिर बीजेपी सरकार को आड़े हाथ लिया है। बुधवार को अन्ना हजारे मध्यप्रदेश के सतना जिले में पहुंचे थे। यहां किसानों की सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों के आत्महत्या करने पर चिंता जाहिर की। सभा में अन्ना हजारे ने बीजेपी सरकार को किसानों का गैर हिमायती बताया। वहीं उन्होंने मंच से 23 मार्च को दिल्ली के राम लीला मैदान में आंदोलन करने की बात कही।

दरअसल अन्ना हजारे कई बार किसानों और किसानों की आत्मत्या के मामले पर बोल चुके हैं। इस बार उन्होंने मध्यप्रदेश के सतना में एक किसान सभा को संबोधित करते हुए किसानों की स्थिती पर चिंता जाहिर की। साथ ही उन्होंने मंच से कहा कि मौजूदा सरकार किसानों की हिमायती नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तक देश में करीब 12 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं, लेकिन इनमें एक भी उद्योगपति शामिल नहीं है।

अन्ना हजारे ने किसानों की सभा में किसानों के लिए आंदोलन शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह 23 मार्च से दिल्ली के राम लीला मैदान में आंदोलन की शुरुआत करेंगे। अन्ना ने कहा कि ‘आंदोलन करूंगा या मरूंगा।’ अन्ना ने कहा कि पूरे देश में जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और आंदोलन से जुड़ने के लिए लोगों से अपील की जा रही है। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं बड़े-बड़े गुंडे से अकेला लड़ रहा हूं, क्योंकि मेरे जीवन में एक भी दाग नहीं है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि ‘मैंने शादी नहीं की लेकिन मेरा परिवार छोटा नहीं है।’

बता दें कि इससे पहले भी अन्ना हजारे बीजेपी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते रहे हैं। मंगलवा को उन्होंने मध्यप्रदेश के जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ‘देश में सरकार नहीं रह गई है। सत्ता से पैसा और पैसा से सत्ता कमाने में सभी राजनीतिक पार्टियां जुटी हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने तीन साल पहले देश की जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाए थे। 30 दिन में काला धन भारत लाने की बात कही थी, 15-15 लाख रुपये हर शख्स के खाते में आने की बात कही थी, लेकिन आज तक 15 लाख तो क्या, 15 रुपये भी लोगों के खाते में नहीं पहुंचे।’