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इस वक्त दुनिया के कई देशों में जंग जारी है। रूस और यूक्रेन के बीच हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था और तब से लेकर अब तक दोनों देशों के बीच जंग जारी है। (Photo: ChatGPT)
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इधर हमास के चक्कर में इजरायल और ईरान भी एक दूसरे के आमने-सामने हैं। इसके अलावा भी कई और देश हैं जिनके बीच समय-समय पर तनाव बढ़ते रहते हैं।(Photo: ChatGPT)
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इस दुनिया में कई बड़ी लड़ाइयां लड़ी गई हैं। लेकिन एक जंग ऐसी भी हुई थी जिसे इतिहास की सबसे छोटी लड़ाई कहा जाता है। ये जंग शुरू होते ही खत्म हो गई थी। आइए जानते हैं इसके बारे में: (Photo: ChatGPT)
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इन दो देशों के बीच हुई थी जंग
इतिहास का सबसे छोटा युद्ध साल 1896 में इंग्लैंड और जंजीबार (पूर्वी अफ्रीका) के बीच हुआ था। दरअसल, जंजीबार को लेकर जर्मनी और ब्रिटेन के बीच साल 1890 में एक संधि पर हस्ताक्षर हुआ था जिसमें ब्रिटेन की कोशिश थी कि इसके जरिए वो पूर्वी अफ्रीका में अपने साम्राज्य का विस्तार कर सके। इसी के चलते ब्रिटेन को जंजीबार की सत्ता सौंप दी गई और समझौते में जर्मनी के हिस्से में तंजानिया के भूभाग आए। (Photo: ChatGPT) -
संधि के बाद ब्रिटेन ने जंजीबार की सत्ता साल 1893 में हमद बिन तुवानी को सौंप दी। तीन साल तक तो सबकुछ ठीक रहा लेकिन 25 अगस्त 1896 को हमद बिन तुवानी की अचानक महल में ही मौत गई। (Photo: Bing AI Image)
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हमद के भतीजे खालिद बिन बर्गश को सत्ता पर बैठने की भूख थी। उनके मरने के बाद खालिद ने बिना ब्रिटेन की सहमति के खुद को जंजीबार का सुल्तान घोषित कर दिया। इसके बाद उसने महल के चारों ओर करीब 3000 हथियारबंद सिपाहियों को तैनात कर दिया। इन सिपाहियों के पास वही हथियार थे जिसे ब्रिटेन ने सुल्तान हमद को भेंट दिया था। (Photo: Bing AI Image) दुनिया भर में अपराधियों को उनके अपराध के लिए सजा देने का प्रावधान है। आमतौर पर सजा इंसानों के लिए होती है, लेकिन क्या आपने कभी किसी जानवर को उसके अपराध के लिए सजा मिलने के बारे में सुना है?
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जांजीबार में चीफ डिप्लोमैट के तौर पर बेसिल केव और जनरल मैथ्यूज भी थे जिन्होंने खालिद को सत्ता से हटने के लिए कहा लेकिन उसने ब्रिटिश अधिकारियों की बातों को नजरअंदाज कर दिया। (Photo: Bing AI Image)
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इन ब्रिटिश अधिकारियों के पास युद्ध का ऑर्डर देने का अधिकार नहीं था। ऐसे में उन्होंने ब्रिटेन के विदेश विभाग में तार भेज कर इसकी जानकारी दी। ब्रिटेन ने केव को पूरी छूट दे दी कि वो इसपर निर्णय लेने के लिए आजाद हैं। (Photo: Bing AI Image)
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इसके बाद जांजीबार में ब्रिटेन की कई जंगी युद्धपोत भी पहुंच गए। केव ने 26 अगस्त को सुल्तान खालिद को अंतिम अल्टीमेटम जारी किया कि वो अगले दिन सुबह 9 बजे तक शांतिपूर्ण आत्मसमर्पण कर दें। इसके साथ ही उन्होंने ब्रिटेन के जंगी जहाजों को युद्ध के लिए तैयार रहने का भी आदेश दे दिया। (Photo: Bing AI Image)
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अगले दिन सुबह 8 बजे खालिद ने केव को जवाब भेजा कि वो अपने झंडे को ब्रिटेन के सामने नहीं झुकाएंगे। इसके बाद बेसिल केव ने ब्रिटिश सैनिकों को ठीक 9 बजे हमले का ऑर्डर दे दिया। (Photo: ChatGPT)
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सिर्फ इतने मिनट चली थी जंग
ब्रिटिश सेना ने 9 बजकर 2 मिनट पर जांजीबार पर हमला शुरू किया और सिर्फ 38 मिनट के अंदर खालिद की सेना को हरा दिया। खालिद ने जब हार मानी तब समय 9 बजकर 40 मिनट हो रहा था। ऐसे में ये जंग सिर्फ 38 मिनट चली जिसे अब तक का दुनिया का सबसे छोटा युद्ध कहा जाता है। (Photo: ChatGPT) दुनिया का एक ऐसा भी देश है जहां पर लोग भारी संख्या में कुत्तों का मांस खाते हैं। इस देश में कुत्तों के मांस का उद्योग काफी बड़ा है।
