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हिंदू धर्म में तिलक का काफी खास महत्व है। किसी भी त्योहार या फिर धार्मिक आयोजन में बिना तिलक के पूर्ण नहीं माना जाता है। हमने हमेशा से योगी, संत और महात्माओं के मस्तक पर तिलक देखा है। लेकिन क्या आपको पता है कि माथे पर तिलक क्यों लगाते हैं और इसका धार्मिक महत्व क्या है। (Photo: Pexels)
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माथे पर तिलक लगाने का सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं है बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी ये काफी खास महत्व रखता है। आइए जानते हैं: (Photo: Pexels)
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पहले धार्मिक महत्व जान लेते हैं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मस्तक पर तिलक लगाने से जीवन में सकारात्मकता आती है और साथ ही कुंडली में मौजूद उग्र ग्रह शांत होते हैं। (Photo: Pexels) -
शास्त्रों में ये बताया गया है कि, चंदन का तिलक लगाने से घर में अन्न-धन की कभी कमी नहीं होती है और साथ ही सौभाग्य बढ़ता है। (Photo: Pexels) रोज करते होंगे गायत्री मंत्र का जाप, पता है किस वेद में लिखा है?
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शास्त्रों के अनुसार मस्तक पर तिलक लगाने से जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और साथ ही यश बढ़ता है और पापों का नाश होता है। यह भी बताया गया है कि तिलक लगाने से मन में अच्छे विचार आते हैं और काम करने की क्षमता बढ़ जाती है। (Photo: Pexels)
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क्या कहता है विज्ञान?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण की मानें तो दोनों भौहों के बीच सुषुम्ना, इड़ा और पिंगला नाड़ियों के ज्ञानतंतुओं का केंद्र मस्तिष्क है जो दिव्य नेत्र या तीसरी आंख के समान माना जाता है। (Photo: Pexels) -
ऐसे में इस स्थान पर तिलक लगाने से आज्ञाचक्र जागृत होकर व्यक्ति की शक्ति को उर्ध्वगामी बनाता है जिससे उसका ओज और तेज बढ़ता है। (Photo: Pexels)
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इसके साथ ही नियमित मस्तिष्क पर तिलक लगाने से शीतलता तरावट और मन शांत रहता है। इससे दिमाग में सेरोटोनिन और बीटा एंडोर्फिन नामक रसायनों का संतुलन होता है। साथ ही मेधाशक्ति भी बढ़ती है। (Photo: Pexels) कितने बड़े हैं महादेव के भक्त, बताएं ‘शिव तांडव स्तोत्र’ किस वेद में लिखा है?
