-
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के पास अपनी कुर्सी बचाए रखने की चुनौती रहेगी तो वहीं मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के बेटे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) भी दोबारा सत्ता में वापसी के लिए भरसक प्रयास करेंगे। यूपी की राजनीति में कई राजघराने और रियासतों के लोग भी सक्रिय हैं। इनमें राजा भैया (Raja Bhaiya) से राजकुमारी रत्ना सिंह (Rajkumari Ratna Singh) जैसे नाम शामिल हैं। आइए जानते हैं उन नेताओं के नाम जो किसी ना किसी रियासत के राजा रानी हैं:
-
नवाब काजिम अली खान रामपुर राजघराने से संबंध रखते हैं। वह कांग्रेस पार्टी में हैं। कांग्रेस के पहले वह सपा और बसपा दोनों ही सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 1996 से 2017 तक वह ४ बार यूपी विधानसभा के सदस्य रहे। 2017 में स्वार सीट से वह सपा के अब्दुल्ला आजम से अपना चुनाव हार गए थे। अब्दुल्ला सपा सांसद आम खान के बेटे हैं।
-
राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह भदरी रियासत के राजकुमार हैं। राजा भैया पिछले छह बार से कुंडा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं। वह मुलायम, अखिलेश, राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह के शासनकाल में मंत्री भी रह चुके हैं। (यह भी पढ़ें : ‘पढ़ेगा तो बुजदिल बन जाएगा’, राजा भैया को अनपढ़ रखना चाहते थे उनके पिता, मां ने चोरी से भेजा था स्कूल )
-
राजकुमारी रत्ना सिंह प्रतापगढ़ में कालाकांकर राजघराने की राजकुमारी हैं। वह तीन बार प्रतापगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं। 2019 में रत्ना सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया। रत्ना सिंह के पिता राजा दिनेश सिंह इंदिरा गांधी के पीएम रहते देश के विदेश मंत्री थे।
-
संजय सिंह अमेठी राजघराने के राजा हैं। वह पुराने कांग्रेसी रहे हैं। फिलहाल वह पत्नी बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। संजय सिंह कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे। संजय सिंह की दोनों पत्नियां भी राजनीति में हैं। अमीता सिंह उनकी दूसरी पत्नी हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में वह अपनी सौतन और संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह से हार गई थीं।(यह भी पढ़ें: राजा भैया से मुख्तार अंसारी तक: यूपी के इन नेताओं की पत्नियां भी रखती हैं हथियार, जानिए किनके पास क्या )
-
गरिमा सिंह संजय सिंह की दूसरी पत्नी हैं। बकौल संजय सिंह उन्होंने गरिमा सिंह को तलाक देकर अमृता सिंह से दूसरी शादी रचाई है। हालांकि गरिमा सिंह का कहना है कि उन्होंने कभी पति को तलाक ही नहीं दिया। सरकारी कागजों में गरिमा अभी भी अपने पति का नाम संजय सिंह ही लिखती हैं। गरिमा पूर्व पीएम और मांडा के राजा वीपी सिंह की भतीजी हैं। (यह भी पढ़ें: माधवराव सिंधिया से अखिलेश यादव तक, आपस में समधी हैं ये 10 राजनेता )
-
अजय कुमार सिंह उर्फ लल्ला भैया गोंडा के करनैलगंज से बीजेपी के विधायक हैं। इससे पहले वह बीएसपी और कांग्रेस में भी रह चुके हैं। लल्ला भैया 1989 से यूपी की राजनीति में सक्रिय हैं। वह कई बार विधायक रहे। 2017 में वह बीजेपी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे। लल्ला भैया बद्रीकोट रियासत के राजकुमार हैं। (यह भी पढ़ें: राजा भैया से मुख्तार अंसारी तक, जानिए किस वीआईपी नंबर की गाड़ियों से चलते हैं यूपी के ये 7 बाहुबली नेता )
-
रानी पक्षलिका सिंह भदावर रियासत की रानी हैं। यह इलाका आगरा के पास चंबल घाटी में है। इसी कारण से उन्हें बीहड़ की रानी भी कहा जाता है। पक्षालिका सिंह का परिवार कभी मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के साथ था। लेकिन 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों के दौरान वह बीजेपी (BJP) में चले गए। पक्षलिका बाह तहसील विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की विधायक हैं। (यह भी पढ़ें: 34 तलवार, 31 खंजर समेत 132 हथियारों की मालकिन हैं बीहड़ की ये रानी, अखिलेश यादव का साथ छोड़ थामा था BJP का हाथ )
-
रेवती रमण सिंह बरांव रियासत के राजा हैं। रेवती रमण सिंह का नाम वरिष्ठ समाजवादियों में शुमार है। वह लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। उनके बेटे कुंवर उज्जवल रमण सिंह भी राजनीति में हैं। उज्जवल आरक्षित सीट से सपा के विधायक हैं।
-
Photos: Social Media