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नींद सिर्फ आराम करने का तरीका नहीं है, बल्कि ये आपके दिमाग के लिए एक जरूरी मेंटेनेंस टाइम है। जब आप पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो आपका दिमाग खुद को ही नुकसान पहुंचाने लगता है। जी हां, वैज्ञानिकों के अनुसार, नींद की कमी में हमारा ब्रेन खुद अपनी कोशिकाओं को ‘खा’ जाता है। (Photo Source: Unsplash)
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कैसे होता है ये दिमागी नुकसान?
इटली के मार्चे पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी के न्यूरोसाइंटिस्ट मिशेल बेलेसी के मुताबिक, हमारे दिमाग में दो तरह की कोशिकाएं होती हैं — Astrocytes और Microglia। इनका काम होता है ब्रेन से खराब या बेकार हो चुकी कोशिकाओं को साफ करना, ताकि दिमाग स्वस्थ रह सके। (Photo Source: Unsplash) -
लेकिन जब आप लंबे समय तक नहीं सोते, तो ये कोशिकाएं ओवरएक्टिव हो जाती हैं। यानी, वे सिर्फ खराब सेल्स को नहीं बल्कि स्वस्थ न्यूरॉन्स (Brain Cells) को भी नष्ट करने लगती हैं। यही वह प्रक्रिया है जिसमें कहा जाता है कि “दिमाग खुद को खाने लगता है”। (Photo Source: Unsplash)
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इसका असर कहां दिखता है?
जब ये कोशिकाएं जरूरत से ज्यादा सक्रिय हो जाती हैं, तो धीरे-धीरे दिमाग की वे हिस्से प्रभावित होने लगते हैं जो याददाश्त (Memory), ध्यान (Focus), और सीखने (Learning Ability) से जुड़े होते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
इसका मतलब है कि लगातार नींद की कमी आपके सोचने, समझने और याद रखने की क्षमता को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। (Photo Source: Pexels)
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क्या बाद में नींद पूरी करने से ठीक हो सकता है?
नहीं।वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, जो नुकसान नींद की कमी से दिमाग को होता है, वह पूरी तरह ठीक नहीं हो पाता। बाद में ज्यादा सो लेने से सिर्फ थकान तो मिट सकती है, लेकिन जो न्यूरॉन्स नष्ट हो चुके हैं, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता। (Photo Source: Pexels) -
नींद की कमी से जुड़ी गंभीर बीमारियां
लंबे समय तक नींद की कमी कई गंभीर दिमागी बीमारियों का खतरा बढ़ा देती है, जैसे – अल्जाइमर (Alzheimer’s Disease), डिमेंशिया (Dementia), पार्किंसन (Parkinson’s), ब्रेन श्रिंकज यानी दिमाग का सिकुड़ना। (Photo Source: Unsplash) -
याद रखें — नींद आलस नहीं, ब्रेन की जरूरत है
कई लोग सोचते हैं कि नींद लेना समय की बर्बादी है या आलस का संकेत, लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है। नींद वह समय है जब आपका दिमाग खुद को रिपेयर करता है, अनचाही सूचनाएं डिलीट करता है और नई यादों को स्टोर करता है। (Photo Source: Unsplash) -
तो अगली बार जब आप पूरी रात जागने की सोचें, तो याद रखें कि आपका दिमाग खुद को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अपना ध्यान रखें, समय पर सोएं — क्योंकि दिमाग एक बार गया तो वापस नहीं आएगा। (Photo Source: Pexels)
