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पूरे देश में दिवाली का जश्न बड़े ही धूमधाम से मनाया गया है। दिवाली के मौके पर लोग पटाखे भी जलाते हैं जिसके चलते हवा में प्रदूषण बढ़ जाता है। खासकर शहरों में इस दौरान सांस लेना मुश्किल हो जाता है। (Photo: PTI)
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प्रदूषण के चलते लंग्स भी प्रभावित होते हैं। जिसके चलते सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना, गले में जलन और अन्य फेफड़ों से जुड़ी कई सारी समस्याएं हो सकती है। ऐसे में कुछ योगासन हैं जो फेफड़ों को प्राकृतिक रूप से साफ करने में मदद करते हैं। (Photo: PTI)
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भुजंगासन
भुजंगासन रेस्पिरेटरी सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है और साथ ही फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ता है। इससे छाती और फेफड़ों को खोलने में मदद मिलती है। साथ ही लंग्स डिटॉक्स और ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ती है। (Photo: Pexels) -
मत्स्यासन
मत्स्यासन भी फेफड़ों के लिए काफी असरकारी साबित हो सकता है। यह लंग्स को डिटॉक्स करने में मदद करता है और साथ ही इन्हें मजबूत बनाता है। (Photo: Pexels) -
कपालभाति प्राणायाम
फेफड़ों को साफ और मजबूत करने के लिए प्राणायाम काफी असरकारी होते हैं। कपालभाति प्राणायाम के जरिए लंग्स को डिटॉक्स कर सकते हैं। इससे फेफड़ों में जमा गंदगी साफ हो सकती है। (Photo: Freepik) -
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
फेफड़ों को साफ करने के लिए सबसे असरकारी प्राणायाम अनुलोम-विलोम को बताया गया है। यह शरीर में ऑक्सीजन व कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बेहतर बनाता है जिससे फेफड़े ज्यादा कुशलता से काम करते हैं। (Photo: Freepik) -
भस्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम करते वक्त तेज और गहरी सांसें ली और छोड़ी जाती हैं। इससे फेफड़ों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। नियमित इस प्राणायाम को करने से फेफड़ों की क्षमता और सांस से जुड़ी मांसपेशियों की ताकत दोनों बढ़ती हैं। सिर्फ 3-4 मिनट इसका अभ्यास करने से लंग्स से प्रदूषित हवा से छुटकारा मिल सकता है। (Photo: Pexels) -
सेतु बंधासन
सेतु बंधासन भी फेफड़ों के लिए काफी प्रभावी योगासन है। यह फेफड़ों में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ाता है। इससे न सिर्फ सांस लेने की क्षमता बढ़ती है बल्कि जकड़न और भारीपन से भी छुटकारा मिल सकता है। (Photo: Pexels) -
कितनी देर करें
दिवाली के बाद फेफड़ों को साफ रखने और इन्हें मजबूत बनाने के लिए नियमित रूप से 10 मिनट योग करने की सलाह दी जाती है। शुरुआत में 2 मिनट हल्का वार्म-अप और गहरी सांसें लें। इसके बाद 3 मिनट तक अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें, फिर 2 मिनट भस्त्रिका प्राणायाम, 2 मिनट भुजंगासन और मत्स्यासन और अंत में 1 मिनट शवासन में विश्राम करें। (Photo: Freepik) -
नियमित रूप से 10 मिनट इस रूटीन को फॉलो करने से न सिर्फ फेफड़े साफ होते हैं बल्कि शरीर को कई सारे लाभ मिलते हैं। इससे तनाव दूर होता है और मन स्थिर होता है। (Photo: Freepik) दिवाली के जश्न के बाद बढ़ा पॉल्युशन, जहरीली हवा को साफ करने के लिए घर में लगाएं ये एयर प्यूरीफायर पौधे
