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हम जो तेल रोजाना अपने किचन में इस्तेमाल करते हैं, वह हमारे स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है। कई तेल ऐसे हैं जो स्वाद तो बढ़ाते हैं लेकिन लंबे समय तक इनके सेवन से दिल की बीमारी, मोटापा और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। (Photo Source: Pexels)
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वहीं कुछ तेल ऐसे भी हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं और शरीर को जरूरी फैटी एसिड्स, एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स देते हैं। आइए जानते हैं कौन से तेल सेहत के लिए बेहतर हैं और किनसे दूरी बनाना जरूरी है। (Photo Source: Pexels)
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सेहत के लिए सबसे अच्छे कुकिंग ऑयल
एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल (Extra Virgin Olive Oil)
यह तेल जैतून से तैयार किया जाता है और मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है। यह दिल के लिए फायदेमंद है, कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करता है और एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे पॉलीफेनोल्स से भरपूर होता है। यह हल्की आंच पर पकाने या सलाद ड्रेसिंग के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। (Photo Source: Pexels) -
एवोकाडो ऑयल (Avocado Oil)
इस तेल में विटामिन E, D और अच्छे फैट्स भरपूर होते हैं। इसकी स्मोक पॉइंट बहुत ज्यादा होती है (करीब 520°F), इसलिए इसे हाई-हीट कुकिंग जैसे फ्राई या ग्रिलिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। (Photo Source: Unsplash) -
घी (Ghee)
देसी घी में विटामिन A, D, E और K के साथ CLA (Conjugated Linoleic Acid) होता है, जो सूजन कम करने में मदद करता है। यह लैक्टोज-फ्री होता है और हाई स्मोक पॉइंट (485°F) के कारण डीप फ्राइंग के लिए उपयुक्त है। (Photo Source: Pexels) -
तिल का तेल (Sesame Oil)
यह तेल तिल के बीजों से बनता है और इसमें सेसामिन जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। यह मध्यम तापमान पर खाना पकाने और एशियन रेसिपी के लिए उत्तम है। इसकी खुशबू काफी मजबूत होती है। (Photo Source: Freepik) -
सरसों का तेल (Mustard Oil)
भारतीय रसोई में प्राचीन समय से इस्तेमाल किया जा रहा यह तेल दिल की सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन इसे हमेशा अच्छे ब्रांड और कच्ची घानी से चुनना चाहिए। (Photo Source: Freepik)
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जिन कुकिंग ऑयल से बचना चाहिए
पाम ऑयल (Palm Oil)
इसमें सॅच्युरेटेड फैट (Saturated Fats) ज्यादा होती हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा सकती हैं। इसका अधिक सेवन दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके उत्पादन से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। (Photo Source: Freepik) -
वेजिटेबल ऑयल ब्लेंड्स (Vegetable Oil Blends)
ये तेल मिलावटी होते हैं और इनमें सोयाबीन, कॉर्न, कैनोला जैसे कई प्रोसेस्ड तेल मिलाए जाते हैं। इनमें ट्रांस फैट और ओमेगा-6 फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में सूजन और हार्ट प्रॉब्लम्स को बढ़ावा दे सकते हैं। (Photo Source: Unsplash) -
सोयाबीन तेल (Soybean Oil)
इसमें ओमेगा-6 फैट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो बैलेंस न होने पर सूजन का कारण बनती है। यह तेल जल्दी ऑक्सीडाइज हो जाता है। (Photo Source: Freepik) -
मक्का तेल (Corn Oil)
मक्के से बना यह तेल भी ओमेगा-6 से भरपूर होता है और अक्सर जेनेटिकली मोडिफाइड होता है। हाई हीट पर पकाने पर यह खराब कंपाउंड बना सकता है। (Photo Source: Freepik) -
सनफ्लावर ऑयल (Sunflower Oil)
यदि यह हाई ओलेइक नहीं है तो इसमें ओमेगा-6 फैट्स ज्यादा होते हैं और इसकी स्मोक पॉइंट कम होती है, जिससे यह जल्दी जल सकता है। (Photo Source: Freepik) -
हेल्दी ऑयल इस्तेमाल करने के टिप्स
हमेशा तेल की स्मोक पॉइंट देखें। अधिक तापमान पर पकाने के लिए हाई स्मोक पॉइंट वाले तेल जैसे घी, एवोकाडो ऑयल चुनें। तेल को बार-बार गर्म करके इस्तेमाल न करें। इससे हानिकारक फ्री रेडिकल्स बन सकते हैं। (Photo Source: Pexels) -
तेल को हमेशा ठंडी और अंधेरी जगह पर स्टोर करें। एक बार में थोड़ी मात्रा में खरीदें, ताकि तेल खराब न हो। तेल की खुशबू या रंग में बदलाव दिखे तो उसे इस्तेमाल न करें। (Photo Source: Pexels)
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