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मानसून अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है। इस मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार कुछ ऐसे काढ़े हैं जिन्हें पीना फायदेमंद साबित हो सकता है। (Photo: Pexels) 24 घंटे में सिर्फ 10 मिनट कर लें ये 5 प्राणायाम, तन स्वस्थ और मन को मिलेगी आध्यात्मिक शांति
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बारिश के मौसम में काढ़े के सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होता है जिससे मौसमी बीमारियों से बचे रहने में मदद मिलती है। (Photo: Pexels)
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तुलसी-अदरक काढ़ा
मानसून के मौसम में रोग प्रतिरोधक खतरा कमजोर होने लगता है। ऐसे में इसे मजबूत बनाए रहखने के लिए नियमित तुलसी-अदरक का काढ़ा पानी चाहिए। तुलसी और अदरक में एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बरसात के मौसम में होने वाले वायरल इंफेक्शन से बचाते हैं। (Photo: Unsplash) -
हल्दी-दालचीनी काढ़ा
हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो सूजन और दर्द (जैसे माइग्रेन) को कम करता है। वहीं, दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो मानसून में होने वाली खांसी और सांस की तकलीफ से राहत दिला सकता है। (Photo: Freepik) -
गिलोय
काढ़ा गिलोय एक प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर होता है जो जो वायरल बुखार से बचाने मदद करता है। साथ ही ये शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है, जो मानसून में पाचन समस्याओं को रोकता है। (Photo: Freepik) -
इसके अलावा गिलोय काढ़ा के सेवन से तनाव और सूजन कम करके माइग्रेन की तीव्रता घटाया ज सकता है। साथ ही मानसून में डेंगू और मलेरिया जैसे बुखार से बचाव में भी मदद मिलती है। (Photo: Freepik)
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अजवाइन-जीरा काढ़ा
बरसात के मौसम में अजवाइन और जीरा का काढ़ा भी फायदेमंद साबित हो सकता है। ये दोनों ही गैस, अपच, सूजन जैसी कई पाचन समस्याओं में लाभकारी हैं। इसके साथ ही अजवाइन में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जो मानसून के संक्रमण से बचाते हैं। (Photo: Freepik) -
मुलेठी-लौंग काढ़ा
मुलेठी गले के संक्रमण और खांसी को शांत करती है। वहीं, लौंग और मुलेठी दोनों में ही वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है। (Photo: Freepik) बरसात के मौसम में नहीं होना है बीमार तो पीएं ये इम्यूनिटी बूस्टर ड्रिंक्स
