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भारत की नंबर एक महिला शटलर साइना नेहवाल ने विश्व बैडमिंटन में अपना दबदबा साबित किया और दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन गर्इं। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी बनीं। प्रकाश पादुकोण नंबर एक खिलाड़ी रह चुके हैं लेकिन महिला वर्ग में साइना ने ऐसा कर नया इतिहास रचा है। (फोटो: एपी)
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लेकिन जश्न का मजा तब और बढ़ गया जब साइना ने सिरी फोर्ट खेल परिसर कोर्ट पर चल रहे योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन सुपर सीरीज के फाइनल में जगह बनाई। यह उपलब्धि हासिल करने वाली भी वे पहली भारतीय महिला बनीं। भारत के एक और खिलाड़ी के श्रीकांत ने भी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बना ली है। (फोटो: एपी)
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यों तो साइना सेमीफाइनल खेले जाने से पहले ही दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बन गर्इं थी। इंडिया ओपन में खेल रही उनकी प्रतिद्वंद्वी स्पेन की कैरोलिना मारिन के सेमीफाइनल मुकाबला हारने के साथ ही वे नंबर एक बन गर्इं थीं। लेकिन साइना ने अपना सेमीफाइनल जीत कर अपनी रैंकिंग को सही साबित किया। (फोटो: एपी)
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वैसे आधिकारिक तौर पर रैंकिंग अगले हफ्ते जारी होगी लेकिन मारिन की हार से साइना का नंबर एक बनना तय हो गया था। दूसरी सीड मौजूदा विश्व चैंपियन मारिन को तीसरी सीड थाईलैंड की रेत्नाचोक इंतानोन ने 21-19, 21-23, 22-20 से हराया। (फोटो: एपी)
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दूसरे सेमीफाइनल में साइना ने चैंपियन की तरह खेलते हुए यूइ हाशिमोतो को सीधे गेमों में 21-15, 21-11 से हराया। यह जानना भी कम दिलचस्प नहीं है कि दो साल पहले हाशिमोतो ने साइना को हरा कर इंडिया ओपन से बाहर कर दिया था। साइना सेमीफाइनल में हारतीं, तो भी उनके 75761 अंक होते। अंतिम चार में पहुंचने के लिए उन्हें 6420 अंक मिलेंगे। (फोटो: एपी)
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लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साइना ने अपने करिअर में अब तक चौदह अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते हैं। (फोटो: एपी)
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हाल ही में वे आल इंग्लैंड चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थीं। रैंकिंग के बारे में पूछने पर साइना ने कहा, ‘फिलहाल मेरा ध्यान नंबर वन रैंकिंग पर नहीं है, मैं अभी तमाम टूर्नामेंटों में खेलने और जीतने पर अपने को केंद्रित कर रही हूं।’ उन्होंने कहा कि मैं अच्छा खेलना चाहती हूं और उन खिलाड़ियों को हराना चाहती हूं जिनसे हार रही थी। मैं उस तरह से हारना नहीं चाहती जैसे पिछले तीन साल में हारी हूं। मैं लगातार अच्छा खेलना चाहती हूं। (फोटो: एपी)
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साइना ने कहा कि रैंकिंग बरकरार रखना कठिन होता है लेकिन वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल से शीर्ष पांच में बने रहना कठिन था। मैं कुछ समय तक यह रैंकिंग बरकरार रखना चाहूंगी। मुझे इसके लिए हर रोज मेहनत करनी होगी। यह काफी थकाने वाला है लेकिन मैं और अच्छा खेल कर सर्वश्रेष्ठ बनना चाहती हूं। मैं शीर्ष खिलाड़ियों से खेलकर दुनिया की शीर्ष खिलाड़ियों में से एक बनना चाहती हूं। (फोटो: एपी)
