पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में एक चारमंजिला इमारत में बने फ्लैट की छत का एक हिस्सा गिर जाने के कारण एक महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई है। घटना में महिला के पति सहित दो लोग घायल हो गए हैं। मृतकों की पहचान 26 साल की मंजू, पांच साल के दक्ष और दो साल की तनु के रूप में हुई है। परिवार के मुखिया 28 साल के सुशील हादसे में घायल हो गए हैं। सुशील के अलावा एक अन्य व्यक्ति भी इस हादसे में घायल हुआ है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन का घेराव किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। जैन सोमवार सुबह घटनास्थल का मुआयना करने गए थे। पूर्व विधायक मुकेश शर्मा ने इस घटना के लिए सरकारी एजंसियों को दोषी ठहराते हुए पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली दमकल विभाग के मुताबिक, यह हादसा सोमवार तड़के करीब तीन बजे का है, जब मोहन गार्डन स्थित इस इमारत की पहली मंजिल पर स्थित फ्लैट की छत का एक हिस्सा ढह गया। इससे फ्लैट में रहने वाले लोग दब गए। सूचना मिलते ही दिल्ली दमकल के अलावा पुलिस, नगर निगम और स्थानीय प्रशासन की अन्य एजंसियां बचाव अभियान में जुट गर्इं। मलबे में दबे सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने महिला और उसके दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। सोमवार को जब दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे तो स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया और घटनास्थल पर जाने नहीं दिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इलाके में दिल्ली जल बोर्ड के सीवेज कार्य के कारण रिसाव हो रहा है और दुर्घटना का यह भी एक कारण है। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पूर्व विधायक मुकेश शर्मा ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड और पीडब्लूडी विभाग के खिलाफ धारा 302 का मामला दर्ज कर पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए।
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने मोहन गार्डन पीपल चौक पर आज महापंचायत का आयोजन किया है जिसमें दिल्ली सरकार और भाजपा नीत दिल्ली नगर निगम के ड्रेनेज सिस्टम की खस्ता हालत के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की घोषणा की जाएगी। इस बारे में दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, तीनों नगर निगमों के मेयर और आयुक्तों को भी सूचना भेजी गई है।

