दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में बीते दिनों राहुल नामक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। दरअसल राहुल एक दूसरे धर्म की लड़की से फोन पर बातें करता था, जिसके चलते लड़की के परिजनों और रिश्तेदारों ने राहुल को बुरी तरह से पीट दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई। मामला दो संप्रदाय से जुड़ा होने के चलते राजनैतिक रंग ले चुका है।

इसी मुद्दे पर न्यूज 18 टीवी चैनल पर एक डिबेट कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें बतौर पैनलिस्ट शामिल हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने तंज कसते हुए कहा कि सेक्युलरिज्म के नाम पर हिंदुओं के लिए गाली और मुसलमानों के लिए ताली। डिबेट में इस्लाम के जानकार मौलाना साजिद रशीदी भी मौजूद थे। डिबेट के दौरान मौलाना साजिद रशीदी ने सवाल उठाया कि राहुल की मौत को इसलिए मुद्दा बनाया जा रहा है कि मामला दो संप्रदायों से जुड़ा है। मौलाना ने ये भी कहा कि इस मुद्दे पर टीवी चैनल में बहस इसलिए हो रही है क्योंकि इससे टीआरपी मिलती है।

मौलाना के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सवाल उठाते हुए कहा कि “यही वो लोग हैं, जिन्होंने हिंदुस्तान का नाम लिंचिस्तान दिया था। इन्होंने तबरेज अंसारी, अखलाक की लड़ाई को इन्होंने इंटरनेशनल लड़ाई तक बनाया।”

संबित पात्रा ने कहा कि “पांच ऐसे लोगों के नाम बताइए, जिन्हें दूसरे संप्रदाय के लोगों ने मारा हो, नहीं बता पाएंगे। पालघर के साधुओं का नाम इन्हें नहीं मालूम होगा। इन्हें अंकित शर्मा, भारत यादव का नाम याद नहीं होगा, जिन्हें दूसरे संप्रदाय के लोगों ने जान से मार डाला। हमें डॉ. नारंग का नाम याद नहीं, जो दिल्ली के डेंटिस्ट हैं, जिन्हें भी पीट-पीटकर मार दिया जाता है।”

संबित पात्रा ने कहा कि “इन घटनाओं पर ना अरुंधति रॉय रुदाली बनकर आयी और ना ही इनके अब्बा जान हर्ष मंदर रोए। संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि रोना-धोना सब सलेक्टिव तरीके से होता है ताकि इन्हें राजनैतिक रूप से इसका लाभ मिल सके।”

डिबेट में भाजपा नेता कपिल मिश्रा भी मौजूद रहे। उन्होंने ध्रुव त्यागी, अंकित सक्सेना, नीरज बैसोया का जिक्र भी किया, जिनकी भी दूसरे संप्रदाय के लोगों ने हत्या कर दी थी। कपिल मिश्रा ने विपक्षी नेताओं पर भी सवाल खड़े किए और पूछा कि राहुल के घर क्यों नहीं गए कोई राजनेता?