घरेलू सरजमीं और विदेशों में हाल में मिली कामयाबी से आत्मविश्वास से लबरेज भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गुरुवार को कहा कि उनकी टीम अभी लय में है और ‘आटो पायलट’ स्थिति में है। टीम आगामी आइसीसी विश्व टी 20 कप के लिए पूरी तरह तैयार है और हाल का उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। धोनी ने कहा कि हमने हाल में आस्ट्रेलिया और घरेलू सरजमीं पर टी20 मैच खेले हैं। टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसलिए आप कह सकते हैं कि टीम आटो पायलट की स्थिति में है। चोटों को दूर रखना होगा। अगर सभी खिलाड़ी फिट हों और सभी खिलाड़ी फार्म में हों तो यह टीम के लिए अच्छा है। धोनी ने शुक्रवार को लाइफ स्टाइल ब्रांड सेवन की शुरुआत की। इस मौके पर वे पत्रकारों से बात कर रहे थे। धोनी खास तौर पर अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि वे आठ मार्च से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। धोनी ने कहा कि उनके गेंदबाज एकदिवसीय मैचों की तुलना में टी20 में बेहतर स्थिति में हैं।

उन्होंने कहा कि जहां तक टी20 का सवाल है, हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी है। और साथ ही अगर आप इसकी तुलना 50 ओवरों के प्रारू प से करें तो यह कुछ अलग है। क्योंकि 20 ओवर के मैच में आपको पता है कि एक या दो गेंद के बाद बल्लेबाज बड़ा शाट खेलना चाहेगा, वे आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे और आप उसके अनुसार अपनी योजना बना सकते हो। ट्वंटी 20 विश्वकप के लिए भारतीय गेंदबाजी को संतुलित बताते हुए धोनी ने कहा कि टीम में ऐसे गेंदबाज हैं जो पहले पावर प्ले में अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं और डेथ ओवरों में भी विपक्षी बल्लेबाजी पर अंकुश लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे फार्मेट में यह होता है कि आप अगर बल्लेबाज पर दबाव बनाते हैं तो वह रन बनाने की हड़बड़ाहट में अपने विकेट गंवा देता है। हमें विश्वकप में इसी तरह का प्रदर्शन करना होगा

धोनी ने विश्वकप में आक्रामक क्रिकेट खेलने का वादा करते हुए कहा कि आक्रामकता के साथ कोई समझौता नहीं होगा। हम एशिया कप और विश्व कप में इसी ब्रांड की क्रिकेट खेलेंगे। उन्होंने विश्वकप के लिए चुनी भारतीय टीम को संतुलित बताते हुए कहा कि इसमें ऐसे खिलाड़ियों का चयन किया गया है जो टूर्नामेंट के दौरान चोट की परिस्थितियों में किसी दूसरे खिलाड़ी की बखूबी जगह ले सकेंगे। वनडे और ट्वंटी 20 कप्तान ने कहाह्व हमने विश्वकप के लिए आधार आस्ट्रेलिया में हुई ट्वंटी 20 सीरीज की जीत से रख दिया था। हमारे खिलाड़ी इस सीरीज से अपनी लय में आ गए थे जिसे उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ भी कायम रखा। अब सिर्फ जरूरत यही है कि खिलाड़ी खुद को चोटों से दूर रखें ताकि हम एक फिट टीम विश्व कप में उतार सकें। विश्वकप में किसी भी अंतिम एकादश का चयन विकेट की परिस्थतियों को देखते हुए किया जाएगा।

अप्रत्यक्ष तौर पर संन्यास को लेकर पूछे एक सवाल पर धोनी ने व्यंगात्मक लहजे में कहा- इस साल तो कुछ नहीं होने जा रहा है। एशिया कप और विश्वकप के बाद हमें आइपीएल खेलना है। आइपीएल के बाद बाकी साल टैस्ट खेले जाने हैं और इस दौरान सिर्फ पांच वनडे होंगे। मुझे लगता है कि जो आदर्श जवाब आप चाहते थे वह आपको नहीं मिल पाया है। अपने ग्रुप की पाकिस्तानी टीम के बारे में पूछे जाने पर धोनी ने कहा कि यह टीम कुछ अलग दिखाई देगी क्योंकि इसमें कुछ नए खिलाड़ी होंगे। पाकिस्तानी खिलाड़ी पाकिस्तानी लीग में कैसा आक्रामक प्रदर्शन कर रहे हैं इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं सिर्फ इतना जानता हूं कि बात चाहे एशिया कप की हो या ट्वंटी 20 विश्वकप की, हम सभी को नियमों का पालन करना चाहिए।

धोनी सेवन ब्रांड के ग्लोबल राजदूत बने हैं और इस ब्रांड को उनके मित्र अरुण पांडे की कंपनी रीति ग्रुप ने लांच किया है। इस ब्रांड स्टाइल का नाम सेवन रखे जाने के पीछे पांडे ने कहा कि सेवन एमएस का जर्सी नंबर भी है और यह कई लोगों के लिए भाग्यशाली अंक भी होता है इसलिए हमने इस नंबर को चुना। खुद धोनी ने कहा कि जब मैं फुटबाल खेलता था तो मेरा जर्सी नंबर 22 था। जब मैं पहली बार भारतीय टीम के साथ पदार्पण करने केन्या गया तो मैं अपने लिए जर्सी नंबर ढूंढ रहा था। उस समय सात नंबर खाली था और मैंने सात नंबर को चुना जो साल के सातवें महीने का सातवां दिन है जिस दिन मेरा जन्म हुआ था। एक समय जब मेरा प्रदर्शन कुछ खराब था तो लोगों ने सलाह दी कि 21-22 नंबर चुन लो, लेकिन मैं हमेशा इसी नंबर पर डटा रहा।

भारत के सबसे सफल कप्तान ने अपने क्रिकेट के शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि जब 1999-2000 में मैं क्रिकेट खेलता था तो मुझे 625 रुपए का स्टाइपेंड मिलता था और एक दिन अभ्यास चूकने पर 25 रुपए कट जाते थे। मैं चाहता था कि हमारे ब्रांड की कीमत ऐसी रहे कि युवा इसे खरीदने में हिचकिचाएं नहीं। इसलिए हमने ब्रांड की कीमत को युवाओं को ध्यान में रखते हुए रखा है।