भारत की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को खुशी है कि देश के शीर्ष स्पिनर रविचंद्रन अश्विन खराब फार्म से उबर गए हैं और भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा बन गए हैं। सीमित ओवरों के मैचों के लिए आस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पूर्व धोनी ने अश्विन की तारीफ करते हुए कहा कि अश्विन समझदार क्रिकेटर है। उनके प्रदर्शन में गिरावट आई थी और काफी चीजें करने की कोशिश करने के लिए उनकी आलोचना हो रही थी लेकिन मुझे खुशी है उन्होंने वापसी की है। मैंने उन्हें सभी स्थानों पर इस्तेमाल किया है- पहले दस ओवर में या फिर डेथ ओवरों में। मेरे लिए अच्छा यह है कि जब तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हों तो वे मेरे लिए चीजें आसान कर दते हैं। मैं उन पर निर्भर रहता हूं। वे शानदार हैं।
धोनी ने कहा कि सीम के अनुकूल हालात में शमी काफी अच्छा गेंदबाज है। उन्होंने अपने रिहैबिलिटेशन पर कड़ी मेहनत की है और घरेलू क्रिकेट खेला। हम देखना होगा कि आगामी विश्व टी20 को देखते हुए वह अपने काम के बोझ से कैसे निपटता है। धोनी संतुष्ट हैं कि भारत में होने वाले विश्व टी20 से पहले भारत आस्ट्रेलिया में तीन टी20 मैच खेलेगा। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया की टीम प्रतिस्पर्धी है। जब आप आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हो तो आपको अधिक अनुभव हासिल होता है। टीम में कुछ युवाओं के होने से उनके प्रदर्शन को देखना रोमांचक होगा। वनडे टीम में सुरेश रैना को जगह नहीं मिली है और धोनी ने कहा कि गुरकीरत सिंह मान या मनीष पांडे एकदिवसीय सीरीज में खेलेंगे।
उन्होंने कहा कि एक युवा खिलाड़ी गुरकीरत या मनीष पांडे को पांच, छह या सातवें नंबर पर खेलने का मौका मिलेगा। हमारे पास चार काफी अच्छे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज (धवन, रोहित, कोहली और रहाणे) हैं। किसी भी बल्लेबाज के लिए छठा और सातवां स्थान सबसे मुश्किल है। धोनी का मानना है कि सर्कल के बाहर एक अतिरिक्त क्षेत्ररक्षण के होने से टीमों के लिए अंतिम दस ओवर में ताबड़तोड़ रन जुटाना मुश्किल हो गया है और अब अंतिम दस ओवर में लक्ष्य का पीछा करते हुए 80 से अधिक रन बनाना भी आसान नहीं है। धोनी ने कहा कि उपमहाद्वीप के बाहर स्पिनर के एक स्थान के लिए तीन स्पिन आलराउंडरों अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल के बीच मुकाबला होगा। उन्होेंने कहा कि अश्विन हमारा शीर्ष स्पिनर है और जडेजा का वापस आना अच्छा है। दो स्पिन आलराउंडर एक स्थान के लिए चुनौती पेश करेंगे। अक्षर ने भी घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है।
घुटने के आपरेशन के बाद लंबी रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से गुजरकर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की वापसी का भी धोनी ने स्वागत किया। लेकिन उन्होंने कहा कि इस तेज गेंदबाज पर पड़ने वाले भार पर नजर रखनी होगी। धोनी ने पिछले साल आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुए विश्व कप में भारत के अच्छे प्रदर्शन को याद किया जहां टीम सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया से हार गई थी जो बाद में चैंपियन बना था। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब हम आस्ट्रेलिया में थे तो विश्व कप में सेमीफाइनल के अलावा बाकी टूर्नामेंट में हमारी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया था। आस्ट्रेलिया की टीम अच्छी है इसलिए सामंजस्य बैठाने के लिए कुछ समय लगता है। यह नए खिलाड़ियों के लिए अच्छा मौका है कि वे घरेलू क्रिकेट से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कैसे जगह बनाते हैं। टैस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके धोनी ने कहा कि लंबे ब्रेक से उन्हें तरोताजा होने में मदद मिली।
धोनी ने कहा कि वे सही समय पर खेल से संन्यास लेने के बारे में सोचेंगे। भारत के आइसीसी विश्व कप से बाहर होने के बाद भी 34 साल के धोनी से उनके संन्यास को लेकर यही सवाल पूछा गया था और उन्होंने ऐसी किसी योजना से इनकार कर दिया था। विराट कोहली को तीनों प्रारू पों में कप्तान बनाने की मांग जोर पकड़ रही है क्योंकि टैस्ट क्रिकेट में उनके आक्रामक रवैये से काफी लोग प्रभावित हैं। इसके अलावा पिछले एक साल से बल्ले से धोनी का प्रदर्शन भी प्रभावी नहीं रहा है। इस तरह की अटकलें हैं कि वह भारत में होने वाली आइसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप के बाद फैसला कर सकते हैं। आस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टीम की रवानगी की पूर्व संध्या पर जब धोनी से संन्यास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो वर्तमान में जीता है और विश्व टी20 चैंपियनशिप से पहले ध्यान आस्ट्रेलिया दौरे पर है। मैं सही समय आने पर इसके बारे में सोचूंगा।