पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर यहां राष्ट्रीय अनुकूलन शिविर के दौरान रो पड़े और क्रिकेट छोड़ने तक की पेशकश कर दी जिसके बाद उनका विरोध कर रहे खिलाड़ियों ने उन्हें माफ कर दिया। मोहम्मद हफीज और कप्तान अजहर अली ने आमिर के साथ अभ्यास से इनकार कर दिया था। आमिर ने बाद में मुख्य कोच वकार युनूस और मुख्य चयनकर्ता हारून रशीद द्वारा बुलाई गई बैठक में खिलाड़ियों से बात की जिसके बाद खिलाड़ी मान गए।
आमिर ने कहा कि खिलाड़ियों को अगर लगता है कि मैं पाकिस्तान के लिए खेलने के लायक नहीं हूं तो मैं क्रिकेट को अलविदा कह सकता हूं। सूत्र ने कहा कि यह काफी जज्बाती पल था क्योंकि आमिर को इल्म था कि उनकी वजह से शिविर में काफी तनाव है। बैठक के दौरान आमिर रो पड़े। उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, उसके लिए वे शर्मिंदा हैं और उन्होंने सभी से माफी मांगी। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को लगता है कि उन्हें दूसरा मौका नहीं दिया जाना चाहिए तो वे शिविर छोड़ देंगे। सूत्र ने कहा कि हफीज भी काफी जज्बाती हो गया और उसने आमिर को गले लगाकर कहा कि सब कुछ भुला दिया है।
इससे पहले पीसीबी प्रमुख ने शनिवार को कहा था कि अगर ये दो खिलाड़ी (हफीज और अजहर अली)अपना रवैया नहीं बदलते हैं तो बोर्ड उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है। हालांकि बैठक के बाद हफीज से कहा कि इस मुद्दे पर उनके निजी नजरिये में बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि मैं समझ सकता हूं कि बोर्ड की नीति है और हमें इसे मानना होगा। लेकिन इससे मेरा नजरिया नहीं बदलता कि किसी ऐसे व्यक्ति को जिसने पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचाया, उसे देश के लिए दोबारा खेलने की मंजूरी दी जाए। उन्होंने कहा था कि मैं निजी तौर पर किसी के खिलाफ नहीं हूं लेकिन ये मेरे लिए सिद्धांत की बात है।