रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में लद्दाख में एलएसी पर चीन के साथ तनाव को लेकर बयान दिया। राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जमावड़ा किया है। उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से भी जवाबी तैनाती की गई है। सिंह ने कहा कि वह इससे अधिक जानकारी अभी नहीं दे सकेंगे।

रक्षा मंत्री ने कहा कि अप्रैल महीने से हमने लद्दाख में चीन की ओर से सैनिकों और हथियारों की तैनाती में वृद्धि देखी है। हमारे जवानों का हौसला बुलंद है, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने चीन को अवगत कराया है कि भारत-चीन सीमा को जबरन बदलने का प्रयास अस्वीकार्य है। राजनाथ ने कहा कि भारत, चीन के साथ सीमा पर गतिरोध को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने को प्रतिबद्ध है। भारत-चीन सीमा पर शांति का असर दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ता है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने एलएसी का दौरा कर हमारे बहादुर जवानों से मुलाकात की थी। उन्हें यह संदेश भी दिया था कि समस्त देशवासी अपने वीर जवानों के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मैंने भी लद्दाख जाकर अपने शूरवीर जवानों के साथ कुछ समय बिताया है और मैं आपको (स्पीकर) यह बताना चाहता हूं कि मैंने उनके अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को महसूस भी किया है। रक्षा मंत्री ने लोकसभा में कर्नल संतोष बाबू और उनके 20 साथियों की शहादत का भी जिक्र किया।

राजनाथ ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा मुद्दा अभी तक नहीं सुलझ सका है। चीन सीमा के निर्धारण को नहीं मानता है जबकि भारत मानता है कि सीमा का निर्धारण पूरी तरह स्थापित और भौगोलिक सिद्धांतों पर आधारित है।

राजनाथ ने कहा कि यह भी बताना चाहता हूँ कि अभी तक भारत-चीन के बॉर्डर इलाके में कॉमनली डेलीनिएटिड LAC नहीं है और LAC को लेकर दोनों की धारणा अलग-अलग है। उन्होंने कहा कि यह सदन अवगत है चाईना, भारत की लगभग 38,000 स्क्वायर किलोमीटर भूमि का अनधिकृत कब्जा लद्दाख में किए हुए है। इसके अलावा, 1963 में एक तथाकथित बाउंडरी एग्रीमेंट के तहत, पाकिस्तान ने PoK की 5180 स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन अवैध रूप से चाईना को सौंप दी है।