जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शिक्षकों ने वित्तीय अनियमितता के आरोप में विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के निलंबन के खिलाफ शक्रिवार को एक दिन की हड़ताल की। जेएनयू शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) के एक सदस्य ने आरोप लगाया कि एक शिक्षक को निलंबित करने और अनुशासनिक कार्रवाई शुरू करने का कुलपति का फैसला अनुचित है। उन्होंने कहा कि यह कदम शिक्षकों को डराने की मंशा से उठाया गया है।
जेएनयू के भाषा केंद्र के प्रोफेसर और जेएनयूटीए के उपाध्यक्ष आशीष अग्निहोत्री को विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले हफ्ते निलंबित कर दिया था। अग्निहोत्री को तब निलंबित किया गया जब ऐसी शिकायतें मिलीं कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज दिखाकर एलटीसी और अपने माता-पिता के इलाज पर आए 50,000 रुपए से ज्यादा के खर्च का दावा किया था।
विश्वविद्यालय ने अग्निहोत्री के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैंं। जेएनयूटीए ने दावा किया है कि पिछले कुछ महीनों में प्रशासन की ओर से कई ऐसे फैसले किए गए हैं। यह विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर हमला और प्रतिगामी कदम है। इसके विरोध में 1 अगस्त को हुई जेएनयूटीए की कार्यकारी परिषद की बैठक में एक दिन की हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया था।